एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ: GMP, सब्सक्रिप्शन और लिस्टिंग निवेशकों के लिए 27-32% संभावित मुनाफा! की पूरी जानकारी

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ: GMP, सब्सक्रिप्शन और लिस्टिंग निवेशकों के लिए 27-32% संभावित मुनाफा! की पूरी जानकारी

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ (LG Electronics IPO) 7 अक्टूबर 2025 से खुला और 9 अक्टूबर 2025 को बंद होगा। यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल है, जिसमें मूल कोरियाई कंपनी LG Electronics Inc. अपनी भारतीय शाखा की 15% हिस्सेदारी बेच रही है। इस आईपीओ में कुल 10.18 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे। निवेशकों के लिए यह अवसर LG की भारतीय बाजार में हिस्सेदारी खरीदने का है। ऑफर फॉर सेल होने के कारण कंपनी को नई पूंजी नहीं मिलेगी, बल्कि शेयरधारकों का परिवर्तन होगा। निवेशक इस आईपीओ में हिस्सा लेकर एलजी इंडिया के शेयरधारक बन सकते हैं। यह आईपीओ भारतीय स्टॉक मार्केट में तकनीकी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में निवेश का अवसर प्रदान करता है। निवेशकों को समय पर आवेदन करना चाहिए क्योंकि यह संक्षिप्त अवधि वाला आईपीओ है।

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया आईपीओ का विवरण

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का आईपीओ 7 अक्टूबर 2025 से खुला और 9 अक्टूबर 2025 को बंद होगा। इस ऑफर फॉर सेल आईपीओ का साइज ₹11,607.01 करोड़ है और प्राइस बैंड ₹1,080 से ₹1,140 प्रति शेयर रखा गया है, जबकि फेस वैल्यू ₹10 प्रति शेयर है। निवेशकों के लिए लॉट साइज 13 शेयर प्रति लॉट है, यानी कम से कम 13 शेयरों के लिए आवेदन करना होगा, और उच्च प्राइस बैंड पर न्यूनतम आवेदन राशि ₹14,820 होगी। विशेष रूप से, कर्मचारी वर्ग को प्रत्येक शेयर पर ₹108 का डिस्काउंट मिलेगा। इस आईपीओ में निवेशक LG इंडिया में हिस्सेदारी खरीदकर शेयरधारक बन सकते हैं और यह भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में निवेश का अवसर प्रदान करता है।

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया आईपीओ: प्राइस बैंड और न्यूनतम निवेश राशि

LG Electronics IPO का प्राइस बैंड ₹1,080 से ₹1,140 प्रति शेयर है। इस आईपीओ में लॉट साइज 13 शेयर है, यानी निवेशकों को कम से कम 13 शेयरों के लिए आवेदन करना होगा। इसके आधार पर न्यूनतम निवेश राशि ₹14,040 तय की गई है। यह राशि प्राइस बैंड के निचले स्तर (₹1,080) पर आधारित न्यूनतम आवेदन के लिए है।

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया आईपीओ: सब्सक्रिप्शन, अलॉटमेंट और लिस्टिंग

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का आईपीओ 7 से 9 अक्टूबर 2025 तक खुलेगा। यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है, इसलिए कंपनी को इस आईपीओ से कोई नई फंडिंग नहीं मिलेगी। निवेशक इस अवसर में हिस्सेदारी खरीदकर शेयरधारक बन सकते हैं। एक्सचेंज पर संभावित लिस्टिंग तिथि 14 अक्टूबर 2025 है। सब्सक्रिप्शन की प्रक्रिया के बाद अलॉटमेंट निवेशकों को तय की जाएगी और लिस्टिंग के दिन उनके शेयर स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होंगे।

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया आईपीओ: ग्रे मार्केट प्रीमियम और निवेशकों की रुचि

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) ₹300-₹318 तक पहुंच चुका है, जिससे संभावित लिस्टिंग गेन 27-28% अनुमानित है। LG Electronics IPO में HSBC, Goldman Sachs, HDFC Mutual Fund, SBI Mutual Fund जैसे प्रमुख फंड्स ने निवेश किया है, जो निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है। विश्लेषकों की राय भी सकारात्मक है; SBI Securities और Elara Capital ने इस आईपीओ को सब्सक्राइब करने की सिफारिश की है। इसका मतलब है कि बाजार में निवेशकों की रुचि और भरोसा काफी मजबूत है, और लिस्टिंग पर अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना है।

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया: कंपनी प्रोफाइल

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया की स्थापना 1997 में हुई थी और यह घरेलू उपकरण और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में अग्रणी कंपनी है। कंपनी विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों जैसे टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, एयर कंडीशनर आदि में मार्केट लीडर के रूप में जानी जाती है। यह 2025 का तीसरा सबसे बड़ा आईपीओ है, जो भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करता है।

ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) और लिस्टिंग प्रेडिक्शन क्या है

ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) वह अतिरिक्त राशि है जो निवेशक IPO इश्यू प्राइस से ऊपर ग्रे मार्केट में शेयर खरीदने के लिए देने को तैयार होते हैं। यह अनऑफिशियल मार्केट है जहाँ शेयर लिस्टिंग से पहले खरीदे और बेचे जाते हैं। GMP का बढ़ना यह संकेत देता है कि IPO की मांग मजबूत है और संभावित लिस्टिंग प्राइस इश्यू प्राइस से ऊपर हो सकता है।

लिस्टिंग प्रेडिक्शन में अक्सर GMP का इस्तेमाल किया जाता है:
अनुमानित लिस्टिंग प्राइस = IPO इश्यू प्राइस + GMP। उदाहरण के लिए, अगर IPO का प्राइस ₹850 और GMP ₹300 है, तो लिस्टिंग प्राइस लगभग ₹1,150 हो सकता है।

महत्वपूर्ण बातें:

  • GMP निवेशकों की मांग और संभावित लिस्टिंग लाभ का सूचक है।
  • GMP जितना अधिक, लिस्टिंग पर लाभ की संभावना उतनी अधिक।
  • यह एक अनौपचारिक संकेत है और स्टॉक एक्सचेंज या SEBI द्वारा नियंत्रित नहीं
  • वास्तविक लिस्टिंग प्राइस बाजार की स्थिति और कंपनी की फंडामेंटल्स पर निर्भर करता है।

GMP केवल एक इंडिकेटर है, और वास्तविक परिणाम में अंतर हो सकता है।

GMP देखकर IPO में कितना मुनाफ़ा संभावित है

ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) देखकर IPO में संभावित मुनाफा का अंदाजा लगाया जा सकता है, लेकिन यह गारंटीड नहीं होता। GMP जितना अधिक होगा, IPO की लिस्टिंग पर उतना अधिक लाभ होने की संभावना होती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी IPO का प्राइस ₹850 और GMP ₹300 है, तो लिस्टिंग प्राइस लगभग ₹1,150 हो सकता है, जिससे निवेशक को प्रति शेयर ₹300 का लाभ हो सकता है।

पिछले उदाहरणों में, जैसे Aditya Infotech के IPO में 22 शेयर के लॉट पर करीब 45% GMP था, जिससे 1 लॉट पर ₹6,710 का संभावित मुनाफा था। हालांकि, केवल GMP देखकर निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, क्योंकि लिस्टिंग के बाद कंपनी का प्रदर्शन, बाजार की स्थिति और अन्य कारक भी असर डालते हैं।

सारांश:

  • GMP से लगभग लिस्टिंग गेन का अनुमान लगाया जा सकता है।
  • GMP 30-45% होने पर IPO पर अच्छा मुनाफा संभावित है।
  • इसे पुख्ता मानना जोखिम भरा है; कंपनी की फंडामेंटल्स और मार्केट कंडीशन भी जरूरी हैं।

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया IPO के GMP के आधार पर, संभावित मुनाफा 27-32% के आसपास अनुमानित है, जो निवेशकों के लिए अच्छा अवसर हो सकता है।

डिस्क्लेमर (Disclaimer)

यह लेख केवल शैक्षिक और जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें बताए गए IPO या शेयर बाजार से जुड़े उदाहरण किसी भी तरह की निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं हैं। Hindi Ke Guru किसी भी प्रकार की खरीद-बिक्री की सिफारिश नहीं करता।

हम यहाँ जो जानकारी प्रस्तुत करते हैं, वह विभिन्न मार्केट एक्सपर्ट्स, रिसर्च रिपोर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के विश्लेषण पर आधारित होती है। कृपया किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार (Certified Financial Advisor) से परामर्श अवश्य करें।

Also Read:

Leave a Comment