रामदास कविता का उद्देश्य अपने शब्दों में लिखिए। Ramdas Kavita Ka Uddeshya Kya Hai॥ ‘रामदास’ कविता में निहित उद्देश्य को लिखें।
उत्तर:
रघुवीर सहाय द्वारा रचित ‘रामदास’ कविता का उद्देश्य भारतीय लोकतंत्र की वास्तविकता, सामाजिक संवेदनहीनता और प्रशासनिक विफलता को उजागर करना है। यह कविता स्वतंत्र भारत में पनपती पूंजीवादी व्यवस्था और राजनीतिक असामाजिकता पर करारा व्यंग्य करती है। रामदास जैसे एक ईमानदार, सच बोलने वाले आम नागरिक की निराशाजनक और दुखद स्थिति के माध्यम से कवि यह दिखाना चाहते हैं कि आज का समाज कितना निष्क्रिय, डरपोक और तमाशबीन बन गया है।
कविता में रामदास की हत्या की पूर्व सूचना होते हुए भी लोग सिर्फ चुपचाप देखते हैं, कोई विरोध नहीं करता, कोई मदद नहीं करता। यह दर्शाता है कि हमारा समाज अब प्रतिरोधविहीन और संवेदनाशून्य हो चुका है। हत्यारे निडर होकर हत्या कर जाते हैं और भीड़ उन्हें बिना रोके जाने देती है।
इस कविता के माध्यम से कवि यह संदेश देते हैं कि अगर हम अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध चुप रहते हैं, तो हम लोकतंत्र की हत्या के गवाह बन जाते हैं। रामदास की मौत दरअसल सच बोलने वाले हर आम नागरिक की नियति बनती जा रही है।
इस प्रकार, कविता का उद्देश्य लोकतंत्र में व्याप्त विफलताओं की ओर ध्यान आकर्षित करना है, जहाँ सत्ता और प्रशासन जनहित की बजाय अपने स्वार्थ में लिप्त हैं। कवि ने मध्यमवर्ग की कायरता और उसकी चुप्पी की तीखी आलोचना की है, जो अन्याय देखकर भी मौन रहता है। यह कविता सामाजिक चेतना और जनप्रतिरोध की आवश्यकता को स्पष्ट करती है कि जब तक आम लोग अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर आवाज नहीं उठाते, तब तक सच बोलने वाले लोग अकेले ही मारे जाते रहेंगे और व्यवस्था उन्हें निगलती रहेगी।
‘रामदास’ कविता एक चेतावनी है – कि यदि हम अब भी नहीं जागे, तो अन्याय और अत्याचार का राज चलता रहेगा और लोकतंत्र केवल नाम मात्र का रह जाएगा।
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