शैशवावस्था में शारीरिक विकास कैसे होता है और कितनी तेज़ी से होता है    Physical Development in Infancy in Hindi

शैशवावस्था जन्म से लेकर 6 वर्ष की आयु तक की अवस्था होती है, जिसमें शारीरिक विकास बहुत तेज़ी से होता है। इसे दो भागों में बाँटा गया है:

जन्म से 3 वर्ष तक – इस दौरान बच्चा बोलना सीखता है, लेकिन स्पष्ट नहीं बोल पाता।

पहला

3 से 6 वर्ष तक – बच्चा स्पष्ट बोलने लगता है, लेकिन शारीरिक विकास की गति थोड़ी धीमी हो जाती है।

दूसरा 

1. शिशु का आकार (Baby Size Growth) – जन्म के समय बच्चे की औसत लंबाई लगभग 20 इंच (50 सेमी) होती है। – पहले वर्ष में यह बढ़कर 27-28 इंच तक पहुंचती है। – दूसरे वर्ष में यह 31-33 इंच और छठे वर्ष तक लगभग 40-44 इंच हो जाती है। – बालक, बालिकाओं की तुलना में थोड़ा अधिक लंबे होते हैं।

शिशु का भार (Weight Gain in Infants) – जन्म के समय औसत वजन लगभग 6-8 पाउंड (2.7-3.6 किलोग्राम) होता है। – पहले 6 महीनों में वजन दोगुना, और एक वर्ष में तीन गुना हो जाता है। – 3 वर्ष की आयु में वजन लगभग 20-25 पाउंड और 6 वर्ष तक 40 पाउंड तक पहुंच सकता है।

मांसपेशियों का विकास (Muscular Development) – जन्म के समय शरीर का केवल 23% भाग मांसपेशियों से बना होता है। – पहले दो वर्षों में भुजाएं और टांगे तेजी से बढ़ती हैं। – 6 वर्ष तक मांसपेशियों में लचीलापन और मजबूती आने लगती है, जो बच्चे को दौड़ने, कूदने और खेलने के योग्य बनाता है।

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