कोरोना महामारी पर निबंध इन हिन्दी |
कोरोना वायरस पर निबंध (corona essay hindi)
कोरोना महामारी से आज भारत ही नहीं बल्कि पूरा संसार इसके महामारी से जूंज रहा हैं कोरोना का प्रभाव सबसे पहले चीन के वुहान शहर से 2019 में शुरू हुआ और अब यह पूरे विश्व में फैल गया हैं। चीन के डॉक्टर को इस वायरस का पता पहले से ही था । यह वायरस चमगादड़ के जेनेटिक से मिलता जुलता था आज से पहले ऐसा वायरस नहीं दिखाई दिया था जिसके कारण से वे समझ नहीं पा रहे थे कि यह कैसा वायरस है। इसका प्रभाव दिसंबर 2019 में वुहान शहर से हुआ जब वहाँ के अधिकांश लोग तेज़ बुखार से पीड़ित हुए। जब इसका प्रभाव चीन के कई हिस्सों में दिखाई देने लगा तो अन्य देश के लोग चीन के खाने-पीने के बारे में तरह-तरह के सवाल उठाने लगे और महामारी का कारण उनके खाने को बताया गया पर जब यह वायरस अन्य देशों में भी फैलने लगा तो लोगो को समझ आया कि यह खाने-पीने से नहीं बल्कि किसी अन्य चीज़ से फैला है। यह किस कारण से फैल रहा है इसका पता अब पूरे विश्व के वैज्ञानिक लगा रहे है। साथ ही इस महामारी के लिए वैक्सीन भी बनाया जा रहा है वैज्ञानिकों के स्त्रोत के अनुसार इस महामारी के फैलने का लक्षण निम्नलिखित बताए गए हैं –
1. सूखी ख़ासी का आना : –
कोरोना से पहले भी लोगों को सूखी ख़ासी होता था पर वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना का एक लक्षण सूखी ख़ासी का भी होना है अगर किसी भी व्यक्ति को 3 से 4 दिन तक ख़ासी है तो उन्हे जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
2. बंद या बहती नाक : –
कई दिनों तक नाक बह रही हो तो यह कोरोना का लक्षण हो सकता है ऐसा वैज्ञानिको का कहना है।
3. तेज़ बुखार : –
कोरोना का सबसे बड़ा लक्षण तेज़ बुखार आना बताया गया है क्यों कि वुहान शहर के अधिकतर लोग तेज़ बुखार से पीड़ित थे। और जब उनका इलाज़ कराया गया तो उन्हें कोरोना पॉज़िटिव पाया गया इसलिए कोरोना का सबसे बड़ा लक्षण तेज़ बुखार आना बताया गया है।
4. थकान : –
कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ के अनुसार यह बतया गया कि उन्हें बिना किसी कारण से या काम से कमजोरी या थकान महसूस होता है।
5. गले में दर्द होना : –
वैज्ञानिकों के अनुसार जिस व्यक्ति को कोरोना हैं उनके नाक बहेंगे या बंद हो जाएंगे उन्हें ख़ासी भी आएंगे और गाले में दर्द होने लगेगा।
6. स्वाद और गंध :-
वुहान शहर के कोरोना पॉज़िटिव के कई व्यक्ति ने यह बताया कि उन्हें किसी भी चीज़ का न स्वाद और न ही गंध का पता चल रहा है इसलिए वैज्ञानिक स्वाद और गंध का न पता चलना भी कोरोना का लक्षण बताया हैं।
7. सांस लेने में दिकात : –
कोरोना पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में भरी दिकात होती है वे ठीक से सांस भी नहीं ले पते है जिसके कारण से उसके फेफड़े तक वायु नहीं पहुँच पती है और व्यक्ति का मौत भी हो जाता है और वैज्ञानिको का यह भी कहना हैं कि नाक का बहना बंद हो जाने से सारा कफ़ फेफड़े में जमा हीने लगता है जिससे भी व्यक्ति को काफी दिकत होती है।
कोरोना से बचने का उपाय :-
कोरोना के प्रभाव से बचने के लिए वैज्ञानिकों एवं डॉक्टरों का यह कहना है –
1. अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोये।
2. अपने चेहरे को जैसे नाक, आँख और मुंह को बार-बार चुने से बचे। ऐसा इसलिए है कि कोरोना हमारे शरीर में इसी स्थानों से होकर अंदर जाएगा।
3. भीड़ भड़ जैसे स्थानों में जाने से बचे क्यों कि ऐसा करने से हम लोगों से कम संपर्क में रहेंगे और कोरोना से बच सकते हैं।
4. ख़ासी या छिकते समय रुमाल का उपयोग करें क्यों कि छकते समय हमारे शरीर में मौजूद बैक्टीरिया बाहर आती है और दूसरे व्यक्ति के शरीर में जा सकता
है।
5. लोगों से मिले तो साफ कपड़ा या मक्स से अपने चेहरे को ढ़ाके। साथ ही अपने साथ सैनिटाइजर रखे।
निष्कर्ष :-
कोरोना से बचने के लिए पूरा देश अपने अपने तरीको से लोगो को बचाने के लिए अलग अलग कदम उठाये है भारत ने तो पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया है ताकी लोग एक दूसरे के संपर्क में न आए और कोरोना ज्यादा न फैल सके साथ ही अलग अलग जगहों में कोरोना कैंप भी बनवाया गया है। वैज्ञानिक भी कोरोना वैक्सीन बनाने में लगे हुए है। साथ ही प्रत्येक व्यक्ति का भी यह संकल्प हो की वे अभी ज्यादा लोगो से न मिले और अपने घरों में रहे तभी हम इस महामारी कोरोना से बच सकते हैं।
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