अपठित गद्यांश कक्षा 6 हिंदी MCQ। अपठित गद्यांश कक्षा 6 हिंदी । अपठित गद्यांश कक्षा 6 in Hindi । Apathit Gadyansh Class 6 Hindi । Apathit Gadyansh in Hindi For Class 6 MCQ। Apathit Gadyansh In Hindi For Class 6 With answers, Unseen Passage For Class 6, Unseen Passage For Flass 6 in Hindi
“अपठित गद्यांश” का अर्थ है – ऐसा गद्य का अंश (पैरा या अनुच्छेद) जिसे पहले नहीं पढ़ा गया हो और जिसे पढ़कर उसके आधार पर प्रश्नों के उत्तर देने हों। यह अभ्यास विद्यार्थियों की पठन-समझ (Reading Comprehension) की क्षमता को परखने के लिए किया जाता है।
यहाँ कक्षा 6 के लिए एक अपठित गद्यांश के साथ MCQ प्रश्न दिए जा रहे हैं, जो छात्रों की समझ, शब्द ज्ञान और विश्लेषण क्षमता को परखने के लिए उपयुक्त हैं:
1.अपठित गद्यांश को पढ़ कर नीचे पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए- अपठित गद्यांश कक्षा 6 हिंदी MCQ
दशहरे और विजयादशमी के पश्चात् दीपावली की तैयारियाँ शुरू हो जाती हैं। घरों, दुकानों और कार्यालयों की सफ़ाई कराकर उन्हें सजाते हैं। दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इसे प्रकाश पर्व इसलिए कहा जाता है क्योंकि हर घर, गली, मौहल्ले, बाजार को रोशनियों से नहला दिया जाता है। अमावस्या का अंधकार प्रकाश के समक्ष पराजित हो जाता है।
श्री राम चौदह वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या लौटे तो उनके स्वागत में अयोध्या के घर-घर को दीपमालाओं से सजा दिया गया था। तबसे इसे मनाने की परंपरा चली आ रही है।
दीपावली का त्योहार शरद ऋतु के सुहावने समय में मनाया जाता है। उस समय न अधिक गरमी पड़ती है और न अधिक ठंड ही पड़ती है। दीपावली के दिन घरों, कार्यालयों और दुकानों को दीपकों, रंग-बिरंग बल्बों और लड़ियों से सजाया जाता है। रात को सारा परिवार लक्ष्मी पूजन करता है।
राजधानी दिल्ली दुल्हन की भाँति सजी होती है। राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, लाल किला आदि भवनों पर विशेष प्रकाश-व्यवस्था की जाती है। दीपावली पर लोग प्रसन्नता प्रकट करने के लिए पटाखे और आतिशबाजियाँ चलाते हैं। लोग मित्रों और रिश्तेदारों से मिलने जाते हैं। वे आपस में मिठाइयों और उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं। दीपावली प्रसन्नताओं का त्योहार है। इसी भावना से सभी धर्मों को मानने वाले इसे हर्ष और उत्साह से मनाते हैं।
प्र.१. किसके पश्चात दीपावली की तैयारियां शुरू हो जाती है?
उत्तर: दशहरे और विजयादशमी के पश्चात् दीपावली की तैयारियाँ शुरू हो जाती हैं।
प्र.२. दीपावली कब मनाई जाती है?
उत्तर: दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है।
प्र.३. दीपावली को प्रकाश पर्व क्यों कहा जाता है?
उत्तर: दीपावली को प्रकाश पर्व इसलिए कहा जाता है क्योंकि हर घर, गली, मौहल्ले, बाज़ार को रोशनियों से नहला दिया जाता है। अमावस्या का अंधकार प्रकाश के समक्ष पराजित हो जाता है।
प्र.४. दीपावली मनाने की परंपरा कब से चली?
उत्तर: श्री राम चौदह वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या लौटे तो उनके स्वागत में अयोध्या के घर-घर को दीपमालाओं से सजा दिया गया था। तबसे इसे मनाने की परंपरा चली आ रही है।
प्र.५. दीपावली में लोग क्या-क्या करते हैं?
उत्तर: दीपावली में लोग अपने को घरों, कार्यालयों और दुकानों को दीपकों, रंग-बिरंग बल्बों और लड़ियों से सजाते हैं। रात को सारा परिवार लक्ष्मी पूजन करता है। दीपावली पर लोग प्रसन्नता प्रकट करने के लिए पटाखे और आतिशबाजियाँ चलाते हैं तथा लोग अपने मित्रों और रिश्तेदारों से मिलने जाते हैं। वे आपस में मिठाइयों और उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं।
प्र.६.दीपावली किस ऋतु में मनाई जाती है?
उत्तर: दीपावली का त्योहार शरद ऋतु के सुहावने समय में मनाया जाता है।
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2.अपठित गद्यांश को पढ़ कर नीचे पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-अपठित गद्यांश कक्षा 6 हिंदी MCQ
पोंगल तमिलनाडु राज्य का फसल का त्यौहार है, जो १३ जनवरी को हर वर्ष मनाया जाता है। हालाँकि मूल त्यौहार १४ जनवरी से ही शुरू होता है, जिसे पेरम पोंगल कहा जाता है। यह चार दिन तक चलता है। पोंगल के शुरू होने के पहले ‘कोलम’ बनाए जाते हैं- ‘कोलम’ चावल के आटे से बनी साज-सज्जा होती है जो तमिल परिवारों के दरवाजे के बाहर फर्श पर बनाई जाती है। ‘कोलम’ के बीच में गोबर का ढेर होता है, जिसमें लौकी की पाँच पंखुड़ियाँ लगाई जाती हैं। इसे सृजन का प्रतीक माना जाता है। इसे सूर्य देवता को प्यार के रूप में अर्पित किया जाता है। लोग अच्छी फसल के लिए ईश्वर, पृथ्वी और अपने पशुओं को धन्यवाद देते हैं तथा अगले साल की अच्छी फसल के लिए प्रार्थना करते हैं। पोंगल त्यौहार का नाम वास्तव में एक मिठाई पर पड़ा है। इसे पोंगल उत्सव के दूसरे दिन बनाया जाता है। पोंगल उत्सव में गीत विशेष महत्व रखते हैं। लोग इकट्ठा होकर गीत गाते हैं।
प्र.१.पोंगल किस राज्य का त्यौहार है तथा कब मनाया जाता है?
उत्तर: पोंगल तमिलनाडु राज्य का त्यौहार है तथा हर वर्ष 13 जनवरी को मनाया जाता है।
प्र.2. पोंगल त्यौहार कितने दिन तक चलता है?
उत्तर: पोंगल त्यौहार चार दिन तक चलता है।
प्र.3. पोंगल शुरू होने से पहले क्या बनाया जाता है तथा क्या से बनता है?
उत्तर: पोंगल शुरू होने से पहले कोलम बनाया जाता है जो चावल के आटे से बनता है।
प्र.4. सृजन का प्रतीक किसे माना जाता है?
उत्तर: कोलम’ के बीच में गोबर का ढेर होता है, जिसमें लौकी की पाँच पंखुड़ियाँ लगाई जाती हैं। इसे सृजन का प्रतीक माना जाता है।
प्र.5. पोंगल त्यौहार क्यों मनाया जाता है?
उत्तर: पोंगल त्यौहार फसल का त्यौहार है इस त्यौहार में लोग अच्छी फसल के लिए ईश्वर, पृथ्वी और अपने पशुओं को धन्यवाद देते हैं तथा अगले साल की अच्छी फसल के लिए प्रार्थना करते हैं। इसलिए पोंगल त्यौहार मनाया जाता है।
3.अपठित गद्यांश को पढ़ कर नीचे पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-अपठित गद्यांश कक्षा 6 हिंदी MCQ
अपठित गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर दीजिए:-
प्र.१. प्रस्तुत अंश का शीर्षक क्या होगा?
प्र.२. कमल के पापा कहां जाने के लिए तैयार हो रहे थे?
प्र.३. कमल के पापा को क्या नहीं मिल रहा था?
प्र.४. जब कमल ने अपने पापा से पूछने गया तो उनके पापा ने उनसे क्या कहा?
प्र.५. कमल ने अपने पापा को क्या पढ़ने के लिए दिया था और उसमें क्या लिखा था?
प्र.६. कमल के पापा ने जब उसे पढ़े तो क्या हो गये और क्या बोले?
प्र.७. कमल ने अपने पापा को क्या बनने से रोका और क्यों ?
4.अपठित गद्यांश को पढ़ कर नीचे पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए- अपठित गद्यांश कक्षा 6 हिंदी MCQ
अपठित गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर दीजिए:-
प्र.१. ब्राह्मण के कितने पुत्र थे तथा उनकी क्या इच्छा थी?
प्र.२. ब्राह्मण ने अपने पुत्रों को कहां भेजा और क्यों?
प्र.३. जब ब्राह्मण का पुत्र गांव आया तो उसका क्या हुआ तथा उसके मन में क्या आ गया?
प्र.४. गांव में क्या लगा था तथा उसमें क्या हो रहा था?
प्र.५. शास्त्रार्थ के दौरान एक ब्राह्मण ने घमंडी आचार्य से क्या पूछा?
प्र.६. असभ्यता क्या होती है? का जवाब ब्राह्मण पुत्र आचार्य जी ने क्या दिया?
प्र.७. उस पंडित ने आचार्य जी से दूसरा प्रश्न क्या पूछा तथा उस पर उन्हें क्या उत्तर मिला?
प्र.८. ब्राह्मण-पुत्र का सिर शर्म से क्यों झुका?
अपठित गद्यांश कक्षा 6 हिंदी
मनुष्य का जीवन प्रकृति के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। जब हम सुबह सूरज की किरणों को देखते हैं, पंछियों की चहचहाहट सुनते हैं, फूलों की खुशबू को महसूस करते हैं, तो हमें प्रकृति की सजीवता का अनुभव होता है। लेकिन आधुनिक जीवनशैली ने हमें प्रकृति से दूर कर दिया है। मोबाइल, इंटरनेट और मशीनी जीवन ने हमें एक कृत्रिम दुनिया में कैद कर लिया है। हमें चाहिए कि हम समय निकालकर प्रकृति के समीप जाएँ, उसकी सुंदरता का आनंद लें और उसे सहेजने का प्रयास करें। क्योंकि स्वस्थ प्रकृति ही हमें एक स्वस्थ जीवन प्रदान कर सकती है।
प्रश्न:
- मनुष्य का जीवन किससे जुड़ा हुआ है?
- हमें प्रकृति की सजीवता का अनुभव कब होता है?
- आधुनिक जीवनशैली ने हमें किससे दूर कर दिया है?
- हमें क्या करना चाहिए?
- गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
प्रश्नोत्तर (अपठित गद्यांश पर आधारित):
1. मनुष्य का जीवन किससे जुड़ा हुआ है?
उत्तर: मनुष्य का जीवन प्रकृति के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है।
2. हमें प्रकृति की सजीवता का अनुभव कब होता है?
उत्तर: जब हम सूरज की किरणों को देखते हैं, पंछियों की चहचहाहट सुनते हैं और फूलों की खुशबू महसूस करते हैं, तब हमें प्रकृति की सजीवता का अनुभव होता है।
3. आधुनिक जीवनशैली ने हमें किससे दूर कर दिया है?
उत्तर: आधुनिक जीवनशैली ने हमें प्रकृति से दूर कर दिया है।
4. हमें क्या करना चाहिए?
उत्तर: हमें समय निकालकर प्रकृति के समीप जाना चाहिए, उसकी सुंदरता का आनंद लेना चाहिए और उसे सहेजने का प्रयास करना चाहिए।
5. गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
उत्तर: “प्रकृति और मनुष्य”,
या
“प्रकृति से संबंध”
या
“स्वस्थ जीवन का आधार – प्रकृति”
अपठित गद्यांश कक्षा 6 in Hindi
मनुष्य का जीवन केवल खाने, सोने और काम करने के लिए नहीं है। जीवन का वास्तविक उद्देश्य है – सेवा, सहयोग और परोपकार। जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तब हमें सच्चा सुख और आत्मसंतोष प्राप्त होता है। समाज में ऐसे अनेक लोग होते हैं जिन्हें हमारी सहायता की आवश्यकता होती है। यदि हर व्यक्ति थोड़ा-सा भी परोपकार करे, तो समाज में अनेक समस्याएँ अपने-आप दूर हो सकती हैं। इसलिए हमें स्वार्थ छोड़कर दूसरों की भलाई के लिए भी कार्य करना चाहिए।
प्रश्न (अपठित गद्यांश पर आधारित):
- मनुष्य का जीवन केवल किसके लिए नहीं है?
- जीवन का वास्तविक उद्देश्य क्या बताया गया है?
- सच्चा सुख और आत्मसंतोष कब प्राप्त होता है?
- समाज में किन लोगों को हमारी सहायता की आवश्यकता होती है?
- यदि हर व्यक्ति थोड़ा-सा परोपकार करे, तो क्या हो सकता है?
- गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
प्रश्नोत्तर (अपठित गद्यांश पर आधारित):
1. मनुष्य का जीवन केवल किसके लिए नहीं है?
उत्तर: मनुष्य का जीवन केवल खाने, सोने और काम करने के लिए नहीं है।
2. जीवन का वास्तविक उद्देश्य क्या बताया गया है?
उत्तर: जीवन का वास्तविक उद्देश्य सेवा, सहयोग और परोपकार है।
3. सच्चा सुख और आत्मसंतोष कब प्राप्त होता है?
उत्तर: सच्चा सुख और आत्मसंतोष तब प्राप्त होता है जब हम दूसरों की मदद करते हैं।
4. समाज में किन लोगों को हमारी सहायता की आवश्यकता होती है?
उत्तर: समाज में ऐसे अनेक लोग होते हैं जिन्हें हमारी सहायता की आवश्यकता होती है।
5. यदि हर व्यक्ति थोड़ा-सा परोपकार करे, तो क्या हो सकता है?
उत्तर: यदि हर व्यक्ति थोड़ा-सा परोपकार करे, तो समाज की अनेक समस्याएँ अपने-आप दूर हो सकती हैं।
6. गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
उत्तर: “परोपकार का महत्व”
या
“सेवा का मूल्य”
या
“जीवन का सच्चा उद्देश्य”
अपठित गद्यांश कक्षा 6 हिंदी MCQ
नीलू रोज़ सुबह जल्दी उठती है। वह सबसे पहले अपने माता-पिता को प्रणाम करती है, फिर नित्य क्रियाएँ पूरी करके पढ़ाई में लग जाती है। नीलू को किताबें पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। वह रोज़ स्कूल समय पर जाती है और पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहती है। छुट्टी के समय वह अपने छोटे भाई-बहनों को कहानियाँ सुनाती है। नीलू एक समझदार और अनुशासित बच्ची है।
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ):
1. नीलू सबसे पहले क्या करती है?
A) स्कूल जाती है
B) नाश्ता करती है
C) माता-पिता को प्रणाम करती है ✅
D) टीवी देखती है
2. नीलू को क्या करना अच्छा लगता है?
A) खेलना
B) गाना
C) सोना
D) किताबें पढ़ना ✅
3. नीलू कैसी बच्ची है?
A) शरारती
B) अनुशासित ✅
C) आलसी
D) चंचल
4. स्कूल में नीलू कैसी रहती है?
A) पिछड़ी हुई
B) औसत
C) अव्वल ✅
D) अनुपस्थित
5. छुट्टी के समय नीलू क्या करती है?
A) खेलती है
B) सोती है
C) कहानियाँ सुनाती है ✅
D) पढ़ाई करती है