जांच अभी जारी है कहानी का उद्देश्य एवं प्रासंगिकता ॥ Jaach Abhi Jaari Hai kahani ka Uddeshya evam Prasangikta

जांच अभी जारी है कहानी का उद्देश्य एवं प्रासंगिकता ॥ ‘जाँच अभी जारी है’ कहानी का उद्देश्य एवं प्रासंगिकता

जांच अभी जारी है कहानी का उद्देश्य एवं प्रासंगिकता ॥ 'जाँच अभी जारी है' कहानी का उद्देश्य एवं प्रासंगिकता

उद्देश्य :

ममता कालिया की कहानी ‘जाँच अभी जारी है’ एक सोद्देश्य और यथार्थपरक रचना है। हर साहित्यिक कृति का एक न एक संदेश होता है, उसी प्रकार इस कहानी का भी मुख्य उद्देश्य समाज के सामने कामकाजी महिलाओं की वास्तविक समस्याओं को उजागर करना है।

आज के दौर में कहा तो जाता है कि नारी को पुरुष के समान अधिकार प्राप्त हैं, परंतु व्यवहार में ऐसा नहीं है। दफ्तरों और संस्थाओं में कार्यरत महिलाओं को अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पुरुष अधिकारी अक्सर अपनी कुत्सित इच्छाओं के कारण महिलाओं का शोषण करना चाहते हैं। जो महिलाएँ इसका विरोध करती हैं, उन्हें तरह-तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

इस कहानी के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि नारी केवल कार्यस्थल की कर्मचारी ही नहीं, बल्कि एक आदर्श, ईमानदार और सम्मान की अधिकारी इंसान है। उसे समान अवसर और सम्मान मिलना चाहिए। जिस परिवार, समाज और कार्यालय में महिलाओं को सम्मान दिया जाता है, वहाँ सच्चे अर्थों में सद्भावना और सृजनात्मकता का विकास होता है।

प्रासंगिकता :

‘जाँच अभी जारी है’ कहानी आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उस समय थी।

  1. भ्रष्टाचार का यथार्थ
    सरकारी दफ्तरों और बैंकों में बिना रिश्वत दिए कोई फाइल आगे नहीं बढ़ती। अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से झूठे बिल बनाए जाते हैं, मेडिकल, यात्रा और स्टेशनरी जैसे खर्चों में फर्जीवाड़ा होता है और पैसे लेकर उनका भुगतान किया जाता है। ऊपर से नीचे तक पूरा तंत्र भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है।
  2. कामकाजी महिलाओं की स्थिति
    आज भी कार्यस्थलों पर महिलाओं को पुरुष सहकर्मियों और अधिकारियों की कुत्सित भावनाओं का सामना करना पड़ता है। यदि वे विरोध करती हैं, तो उन्हें अलग-अलग प्रकार की परेशानियों और जांचों में फँसाकर दबाने की कोशिश की जाती है।
  3. नारी संघर्ष का प्रतीक
    अपर्णा का चरित्र आज की हर उस महिला का प्रतीक है जो भ्रष्टाचार और अन्याय का विरोध करती है। वह दिखाती है कि ईमानदारी और साहस से कठिन से कठिन परिस्थिति का भी सामना किया जा सकता है।

स्पष्ट है कि ‘जाँच अभी जारी है’ कहानी का उद्देश्य सिर्फ एक पात्र की कथा कहना नहीं है, बल्कि समाज की उन समस्याओं को उजागर करना है जो आज भी हमारे बीच मौजूद हैं। भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी और महिलाओं के प्रति गलत दृष्टिकोण जैसी समस्याएँ आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं। इसलिए यह कहानी पाठकों को अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े होने तथा महिलाओं को समान सम्मान देने की प्रेरणा देती है।

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