ज्ञापन से आप क्या समझते हैं
ज्ञापन का प्रयोग अधीनस्थ अधिकारियों के ऐसी सूचना भेजने के लिए किया जाता है जो सरकारी आदेश के समान नहीं होता ज्ञापन अन्य पुरुष में ही लिखा जाता है और इसमें भी संबोधन अथवा अधोलेखन नहीं होता सिर्फ अधिकारी के हस्ताक्षर और उसका नाम होता है पाने वाले का नाम और पदनाम हस्ताक्षर के नीचे पत्र की बाई तरफ लिखा जाता है सरकारी कार्यालयों में अधिकारी अथवा कर्मचारियों की नियुक्तियां, तैयारियां, स्थानांतरण, वेतन वृद्धि आदि अनेक बातों के लिए ज्ञापन का प्रयोग किया जाता है। इसी के साथ कार्यालय प्रार्थना पत्रों आवेदन पत्र आदि का पावती भेजनी तथा अधीनस्थ कार्यालयों को पूरी तरह सरकारी नहीं होने वाले आदेश भेजने के लिए भी ज्ञापन का प्रयोग किया जाता है। कार्यालय ज्ञापन भारत सरकार अथवा राज्य सरकार के मंत्रालयों के बीच पत्र व्यवहार को कहते हैं। इसके द्वारा परस्पर सूचनाएं भी एकत्र की जाती है। परस्पर मंत्रालयों अथवा विभागों के बीच यह प्रचार होता है जो समान स्तर के हो।
ज्ञापन कार्यालय पत्रचार का ही एक महत्वपूर्ण प्रभेद है किंतु समान कार्यालय पत्र व्यवहार और ज्ञापन में अंतर होता है। कार्यालनिय कामकाज में ज्ञापन एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को नहीं किंतु टिक अधिकारी दूसरे उनसे कनिष्ठ अधिकारी को लिखते हैं ज्ञापन सीधे विषय से संबंधित प्राय: लिखे जाते हैं अतः ज्ञापन लिखने वाले पदाधिकारी को सरकारी नीतियों तथा सेवा सूत्रों की पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए। ज्ञापन संक्षिप्त और विषयानुरूप ही लिखे जाने चाहिए। ज्ञापन तैयार करते समय ध्यान रहे कि लंबे चौड़े और वर्णात्मक लेखन नहीं हो। ज्ञापन में ना तो संबोधन होता है और ना ही अत्मनिर्देश होता है किंतु उसके अंत में केवल प्रेषक के हस्ताक्षर तथा पदनाम दिया जाता है। ज्ञापन की भाषा सरल सहज तथा वाक्य एवं पद बिल्कुल छोटे छोटे होने चाहिए। ज्ञापन के बारे में एक बात विशेष रुप से ध्यान में रखी जानी चाहिए की राजभाषा अधिनियम 1976 के अनुसार केंद्रीय कार्यालय में कार्यरत प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी का अधिकार होगा कि उसे दी जाने वाला ज्ञापन केवल हिंदी में मन सकता है और अपना स्पष्टीकरण आदि भी केवल हिंदी में ही प्रस्तुत कर सकता है।
ज्ञापन किसे कहते हैं
राजकीय पत्राचार में जब अपने समकक्ष या अधीनस्थ अधिकारियों या कर्मचारियों को साधारण संदेश देने के लिए जो पत्र लिखा जाता है उसे ही ज्ञापन कहते हैं।
ज्ञापन के प्रकार
ज्ञापन के दो प्रकार होते हैं
१. ज्ञापन
२. कार्यालय ज्ञापन
२. ज्ञापन:- ज्ञापन को एक ही मंत्रालय के विभाग में प्रस्तुत किया जाता है जैसे शिक्षा मंत्रालय के ज्ञापन को विभिन्न राज्यों के शिक्षा मंत्रालय में प्रस्तुत ही प्रस्तुत किया जाएगा।
२. कार्यालय ज्ञापन:-
कार्यालय ज्ञापन वह ज्ञापन होता है जहां पर विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के बीच संदेशों का आदान-प्रदान किया जाता है जैसे बिहार राज्य के कृषि विभाग के ज्ञापन को पश्चिम बंगाल राज्य के व्यवसायिक विभाग में प्रस्तुत किया जाना कार्यालय ज्ञापन कहलाता है।
ज्ञापन का प्रारूप
ज्ञापन को समझने के लिए सबसे पहले हम ज्ञापन के प्रारूप को समझने का प्रयास करते हैं फिर हम ज्ञापन के एक उदाहरण को देखेंगे।
[मंत्रालय के नाम,
विभाग के नाम]
संख्या:___________ स्थान:_____ दिनांक:______
ज्ञापन
विषय:______________________
[मूल विषय वस्तु, जिस विषय में जिसकी सूचना देनी है उसके बारे में यहां लिखा जाता है______________________
__________________________________________________________________________________________________________________________________________________]
हस्ताक्षर,
शासन, सचिव
सेवा में,
[जिन व्यक्तियों को भेजा जाना है
उन सभी का नाम या विभागों का नाम
यहां लिखा जाता है।]
अब एक उदाहरण देखते हैं:-
भारत सरकार
राज्य सरकार
कृषि विभाग
संख्या:4(7) कृषि/2021/245-395 पश्चिम बंगाल, 3 अप्रैल 2021
ज्ञापन
विषय:-कृषि विकास योजना अभियान
1 मई से हम प्रदेश में कृषि विकास योजना अभियान आरंभ करने जा रहे हैं इस अभियान के तहत पश्चिम बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों में किसानों को कृषि के विभिन्न तरीकों एवं कीटनाशकों के प्रयोग एवं सरकार द्वारा मदद के बारे में जानकारी दी जाएगी जिससे किसान कृषि के उपज को बढ़ा सकता है। इस बड़े अभियान में प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारियों से सहयोग की अपेक्षा है हमें प्रदेश के प्रत्येक गांव के हर एक गली मोहल्ले तक इस सूचना को पहुंचाना है और यह प्रयास करना है कि एक भी किसान कृषि विकास योजना से वंचित न रह जाए।
अरविंद कुमार
शासन सचिव
सेवा में,
१. निदेशक कृषि विभाग
२. सभी मुख्य कृषि अधिकारी
३. सभी कृषि अधिकारी
अधिसूचना क्या है या अधिसूचना क्या होता है
अधिसूचना को हम इस प्रकार से समझ सकते हैं जैसे कि सभी के पास स्मार्टफोन तो होंगे ही जब कभी कंपनी या कोई एप्स अपडेट होता है तो आपके फोन में भी अधिसूचना यानी notification के द्वारा बताई जाती हैं या फिर आपके मैसेज या व्हाट्सएप या फेसबुक में कभी भी मैसेज आते हैं तो आपको अधिसूचित किया जाता है इसे भी हम अधिसूचना कहेंगे लेकिन हम आज जिस अधिसूचना के बारे में बातें करने जा रहे हैं वह है सरकार द्वारा जनता को विभिन्न प्रकार की जानकारी या बदलाव के बारे में अधिसूचना यानी notification के द्वारा सूचित करना। यह सूचना केवल राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री द्वारा लोगों को बदलाव या नयी जानकारी के बारे में राजपत्र या (गजट) के माध्यम से लोगों तक पहुंचाई जाती है इसे ही कहा जाता है नोटिफिकेशन या फिर अधिसूचना। अधिसूचना किसी समाचार पत्र या फिर अखबार में प्रकाशित नहीं होती है बल्कि इसे केवल और केवल गजट या राजपत्र में ही प्रकाशित किया जा सकता है। जो भी अधिसूचना राजपत्रों में प्रकाशित किया जाता है वह विशेष अंक में ही प्रकाशित होते हैं। वास्तव में ये सूचना राष्ट्रपति या राज्यपालों की ओर से ही जारी किया जाता हैं। जिसके कारण इसमें प्रेषक का उल्लेख नहीं किया जाता है या नहीं होता है। सूचना पाने वाले जो भी अधिकारी अथवा कर्मचारी होते हैं उन्हें पृष्ठांकन से एक प्रति भेज दी जाती है। इसके अतिरिक्त लेखा विभाग या अन्य सम्बद्ध विभाग को भी इसकी सूचना दे दी जाती है।
अधिसूचना का अर्थ
अधिसूचना को अंग्रेजी में notification कहा जाता है। अधिसूचना का अर्थ होता है प्रशासन द्वारा जारी की गई विशेष सूचना।
अधिसूचना की परिभाषा या अधिसूचना किसे कहते हैं
भारत सरकार द्वारा जारी सूचना, सरकारी नियम, सरकारी आदेश या चेतावनी या नियुक्ति या राष्ट्रीय अवकाश या बंदी आदि से संबंधित सूचना या आदेश को संबंधित व्यक्तियों एवं आम जनता के लिए राजपत्र (गज़ट) में प्रकाशित सूचना को ही अधिसूचना कहते हैं।
अधिसूचना कहाँ प्रकाशित होती है
अधिसूचना राजपत्र या गजट में प्रकाशित होती है
सूचना और अधिसूचना में क्या अंतर हैं
सूचना आधिकारिक जानकारी नहीं होती है।सूचना हमें कहीं से भी कोई भी इंसान या व्यक्ति किसी भी वक्त दे सकता है जैसे कहीं पर सड़क दुर्घटना की सूचना या बेटा के स्कूल ना जाने की सूचना। सूचना का संबंध सरकारी आदेश या सूचना से नहीं होता है सूचना का सीधा संबंध खबर देना या सूचित करना होता है। सूचना केवल कुछ लोगों तक सीमित होता है।
लेकिन अधिसूचना आधिकारिक तौर पर किया जाता है इसे सरकार के द्वारा बदलाव, चेतावनी, नियुक्ति, अवकाश, आदेश, आदि जैसे सूचनाएं जनता को दी जाती है यह अधिसूचना केवल राजपत्र में ही एक विशेष अंक पर प्रकाशित होता है फिर उसे आम जनता तक पहुंचा दी जाती हैं। यह देश के सभी निवासी या राज्य के सभी निवासियों के लिए होता है। अधिसूचना उच्च पदाधिकारी द्वारा प्रकाशित किया जाता है जैसे राष्ट्रपति द्वारा जारी अधिसूचना, मुख्यमंत्री या राज्यपाल द्वारा जारी सूचना, मौसम विभाग द्वारा जारी सूचना जैसे कि इन राज्यों में 7 दिनों तक आंधी के साथ भारी बारिश से मौसम खराब रहेगा।
अच्छी तरह से समझाने के लिए धन्यवाद।