सह संबंध का अर्थ sah sambandh ke prakar likhiye


 इतिहास का सह संबंध अन्य विषयों के साथ

बालक का मन पृथक पृथक विभागों का सम्मिश्रण नहीं है। अविभाज्य इकाई है। साथ ही संपूर्ण ज्ञान ही एक अविभाज्य इकाई है उसका विभिन्न विषयों में विभाजन मनुष्य के द्वारा इसलिए किया जा सकता है जिससे कि उनमें दक्षता प्राप्त कर सकें। परंतु समस्त विषयों की सामग्री मन द्वारा ही ग्रहण की जाती है अतः मन पारस्परिक अनुभव द्वारा तुलना करके ही उन्हें ग्रहण करता है। इसी के साथ ही संबंधी कारण क्रिया प्रारंभ हो जाती है और जो भी ज्ञान हमारे मन में संचित होता है। वहिनी संबंधों का ज्ञान है।
जान को रोचक तथा वास्तविक बनाने के लिए यह उचित है कि विभिन्न विषयों का ज्ञान एक दूसरे से अलग ना होकर उसे संपूर्ण ज्ञान प्रदान किया जाता है। इस विषय वस्तु में बोध गमयता रोचकता वास्तविकता तथा संपूर्णता आती है। इस दृष्टि से भी आवश्यक है कि इतिहास को अन्य विषयों से साथ संबंध किया जाए।
वास्तविक रूप में देखे है तो हम पाएंगे कि कोई भी एक विषय स्वतंत्र रूप से अपना अस्तित्व नहीं रखता है उस पर अन्य विषयों का विभिन्न दृष्टिकोण से प्रभाव पड़ता है इतिहास का ही लेने ऐतिहासिक घटनाओं का राजनैतिक, भौगोलिक, परिस्थितियां, विज्ञान, ज्योतिषी, अर्थ व्यवस्था, जैसे अनेक तत्वों का प्रभाव पड़ता है। यदि इतिहास को ऐसे ही अन्य विषयों से पृथक करके पढ़ाया जाए तो इतिहास का ज्ञान केवल अधूरा ही रह जाएगा। वरण वह अवास्तविक तथा  अपूर्ण होगा। इसलिए यह आवश्यक है कि इतिहास को अन्य विषयों के साथ संबंध करके ही पढ़ाया जाए।

सह संबंध का अर्थ

सह संबंध का अर्थ है दो या दो से अधिक तथ्यों के मध्य सहसंबंध का प्रश्न है। इसका अर्थ है दो या दो से अधिक विषयों को परस्पर संबंधित करना। किसी एक विषय को पढ़ाते समय उसके तथ्यों को दूसरे विषय के साथ संबंध होता है। जैसे इतिहास में अकबर के शासन काल की विशेषताओं को बताते समय उस समय की सामाजिक स्थिति राजनीतिक स्थिति आर्थिक स्थिति वैज्ञानिक प्रगति आदि पर भी प्रकाश डालते हुए चले तो इतिहास का संबंध समाजशास्त्र राजनीतिक शास्त्र अर्थशास्त्र तथा विज्ञान से स्थापित होता चलेगा।

सह संबंध के प्रकार sah sambandh ke prakar likhiye

१. शीर्षस्थ सह संबंध
२. अनुप्रस्थ सह संबंध
३. जीवन से सह संबंध

सह संबंध के उद्देश्य

१. ज्ञान को व्यवहारिक बनाना
२. पाठ्यक्रम को सरल बनाना
३. मितव्ययता लाना।
४. सामाजिकता के विकास में वृद्धि करना।
५. रोचकता के सिद्धांत में वृद्धि करना।
६. सामाजिक गुणों का विकास।
७. मानवीय संबंधों की जानकारी होना।
८. परस्पर पर निर्भरता का ज्ञान देना।

इतिहास का सह संबंध अन्य विषयों के साथ

१. इतिहास का सह संबंध भूगोल के साथ
२.इतिहास का सह संबंध साहित्य के साथ
३.इतिहास का सह संबंध दर्शनशास्त्र के साथ
४.इतिहास का सह संबंध विज्ञान के साथ
५.इतिहास का सह संबंध अर्थशास्त्र के साथ
६.इतिहास का सह संबंध नागरिक शास्त्र के साथ

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