आप सभी का इस आर्टिकल में स्वागत है आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आकाश वाले दो मित्र प्रश्न उत्तर कक्षा 5(Aakash wale do Mitra questions answer class 5) को पढ़ने जा रहे हैं। जो पश्चिम बंगाल के सरकारी विद्यालय के कक्षा 5 के पाठ 20 आकाश वाले दो मित्र से लिया गया है। तो चलिए आकाश वाले दो मित्र प्रश्न उत्तर कक्षा 5 (Aakash wale do Mitra questions answer class 5) को देखें-
१. निर्देशानुसार उत्तर दो।
१.१ आसमान को निहारते समय तुम क्या क्या देखते हो?
उत्तर: आसमान को निहारते समय हम आसमान, बादल, पक्षी, हवाई जहाज आदि देखते हैं।
१.२ आकाश में तुमने क्या-क्या उड़ते हुए देखा है?
उत्तर: आकाश में हमने विभिन्न तरह के पक्षियां, हवाई जहाज एवं पतंगे उड़ते हुए देखे हैं।
१.३ कौन-कौन से उत्सव के दिनों में तुम पतंग उड़ते देखते हो?
उत्तर: मकर संक्रांति और 15 अगस्त के दिनों में पतंग उड़ते देखा है।
१.४ आकाश कैसा रहने पर पतंग उड़ाने में सुविधा होती है।
उत्तर: आकाश साफ और हवा के चलने पर पतंग उड़ाने में सुविधा होती है।
१.५ कौन-कौन सी चीजों के द्वारा पतंग तैयार की जाती है? सूते को मांझा बनाने में क्या-क्या लगता है?
उत्तर: पतंग बनाने के लिए कागज या प्लास्टिक, पतली पतली स्टीक(डंडी), धागा, गोंद, कैंची, रूलर आदि से तैयार की जाती है। सूते को मांझा बनाने में आटा और शीशे के टुकड़े का उपयोग करते हैं।
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२. नीचे दिए विक्रय बर्तनों को सजाकर शब्द बनाओ और लिखो।
i. ढ़ी टे ढ़ी मे – टेढ़ी-मेढ़ी।
ii. स अ हा य – असहाय।
iii. पा कां ठी का – कांप-काठी।
iv. ब डू ते त उ ते रा – डूबते-उतराते।
३. ‘क’ और ‘ख’ स्तंभों को मिलाकर लिखो।
क ख
i. बाजे किचिर-मिचिर करते निकल पड़े
ii. बच्चे नई हो रही है।
iii.धरती नीत खिला है।
iv. नदी बज रहे हैं।
v. हम बड़े बह रही है।
vi. फूल असहाय हैं न रे!
उत्तर:
i. बाजे => बज रहे हैं।
ii. बच्चे => किचिर-मिचिर करते निकल पड़े
iii.धरती नीत => नई हो रही है।
iv. नदी => बह रही है।
v. हम बड़े => असहाय हैं न रे!
vi. फूल => खिला है।
४. सही उत्तर को खोज कर प्रत्येक वाक्य को फिर से लिखो।
४.१ इस तरह धरती नित (पुरानी/नई) हो रही है।
उत्तर: इस तरह धरती नित नई हो रही है।
४.२ तब हम दोनों मित्र (बंदी/मुक्त) हो जाएंगे।
उत्तर: तब हम दोनों मित्र मुक्त हो जाएंगे।
४.३ उनके हाथों वाला सूता ही हमारा (भाग्य/दुर्भाग्य) है।
उत्तर: उनके हाथों वाला सूता ही हमारा भाग्य है।
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५. नीचे दिए गए अनुच्छेद को देखो और किन किन शब्दों से लग रहा है कि कार्य समाप्त हो गया है और किन किन शब्दों द्वारा लग रहा है, कार्य समाप्त नहीं हुआ है, उन्हें छांट कर लिखो।
उन्हें दुकान से खरीद कर लाया गया है। उत्सव के दिन उड़ेगी वह दोनों पतंगे। उसके बाद आकाश में लाट खाते-खाते आपस में वे लड़ेगी। भक-काटा होगा कौन कहां जा गिरेगा, इसे कोई जानता नहीं। कोई जाकर पेड़ में फंस जा सकती है अथवा बिजली वाले तारों में, किसी की छत पर जा लुढ़क सकती है, नहीं तो नदी के पानी में। नदी के पानी में डूबते उतराते उसकी छाती में लगे कांपी-काठी के अलग होते ही, वह फटी कागज का एक टुकड़ा मात्र। तब फिर उस पर कोई ताकि का भी नहीं।
उत्तर:
कार्य समाप्त: खरीदकर,
कार्य समाप्त नहीं: लड़ेगी, होगा, गिरेगा, सकती, ताकेगा।
९. शब्दों के अर्थ लिखो
i. असहाय :- मजबूर,अनाथ।
ii. खुशी :-प्रसन्नता।
iii. मित्र :- बंधु,दोस्त, साथी।
iv. खतरा :- संकट,डर, भय।
१०. समानार्थक शब्द लिखो:
i. नदी: सरिता,
ii. आकाश: नभ, गगन, आसमान, अम्बर।
iii. पेड़ : वृक्ष, तरु, पादप, द्रुम।
iv. मित्र : दोस्त, सखा, साथी, संगी।
v. समुद्र : सागर, जलधि, नीरधि।
११. विपरीतार्थक शब्द लिखो:
i. चिल्लाना= चुप रहना।
ii. खुशी= दुखी।
iii. ठीक = गलत।
iv. असहाय= सहाय।
v. ठंडा= गरम।
१२. वाक्य बनाओ:
i. मित्रता
ii. आंख
iii. दया
iv. भक-काटा
v. आनंद
उत्तर:
i. मित्रता : राम और श्याम की मित्रता अनमोल है।
ii. आंख : मुझे आंख मत दिखाओ।
iii. दया : गरीबों पर दया करो।
iv. भक-काटा : भक-काटा होगा, कौन कहां जा गिरेगा।
v. आनंद : श्याम गेंद पाकर आनंद से उछाल उठा।
१३. कौन वाक्य कैसा है लिखो:
१३.१ मन ही मन बोलेंगे, वाह! उत्तर: (विस्मयदीबोधक)
१३.२ तुमने कैसे जाना? उत्तर: (प्रश्नवाचक)
१३.३ बर्फ बहुत ठंडी है! उत्तर: (विस्मयदीबोधक)
१३.४ हम बड़े असहाय हैं न रे! उत्तर: (विस्मयदीबोधक)
१३.५ अपनी से खाना मांग रहे हैं। उत्तर: (पूर्ण विराम)
१४. कौन किस प्रकार का शब्द है टोकरी से चाट कर लिखो।
विशेष्य: बड़ा, बहुत, सुता, लड़ाई,खींचाव।
विशेषण: नया, ठंडा, हरा, मुक्त।
सर्वनाम: कोई, वह,उसका, हम।
अव्यय: प्राण, के, जो, और ।
क्रिया: देखा, सोचना, रखना, बुलाना।
१५. क्रिया के नीचे रेखा खींचो।
१५.१ नदी टेढ़ी-मेढ़ी बढ़ती जा रही है।
१५.२ आकाश में लहराते जा रहे हैं।
१५.३ वे दोनों पतंगे एक साथ उखड़ गई।
१५.४ खाना मांग रहे हैं अपनी मां से।
१५.५ रोजा संख्या प्राण जन्म ले रहे हैं।
उत्तर:
१५.१ नदी टेढ़ी-मेढ़ी बढ़ती जा रही है।
१५.२ आकाश में लहराते जा रहे हैं।
१५.३ वे दोनों पतंगे एक साथ उखड़ गई।
१५.४ खाना मांग रहे हैं अपनी मां से।
१५.५ रोजा संख्या प्राण जन्म ले रहे हैं।