सबसे अच्छा लाइफ इंश्योरेंस खरीदने से पहले जाने ये बातें – How to choose the best life insurance product

सबसे अच्छा लाइफ इंश्योरेंस खरीदने से पहले जाने ये बातें – How to choose the best life insurance product

लाइफ इंश्योरेंस एक महत्वपूर्ण विषय है, जिससे जुड़े कई पहलू होते हैं। इसके बारे में लोगों की कई चिंताएं होती हैं, खासकर जब उनका संबंध पैसों से होता है। अगर आप के पास सही लाइफ इंश्योरेंस होगा तो आप अपने परिवार के आर्थिक को भविष्य के लिए सुरक्षिक रख सकते हैं वो भी बहुत ही कम कीमत पर। लाइफ इंश्योरेंस होने से भविष्य में आने वाली संकट से बच सकते है उन्हें अपने न होने की स्थिति में असहाय होने से बचा सकते हैं। कुछ चीजों को ध्यान में रखकर आप एक अच्छा प्लान ले सकते हैं। साथ ही मिस-सेलिंग और फ्रॉड से भी बच सकते हैं।

हमारे देश में दर्जनों इंश्योरेंस कंपनियां हैं। अनगिनत लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट हैं। ऐसे में लोगों के लिए तय करना मुश्किल हो जाता है कि वे कौन सा लाइफ इंश्योरेंस प्लान लें। हम आप को कुछ चीजें बता रहें हैं, जिन पर अमल करके आप सही प्लान ले सकते हैं, साथ ही फ्रॉड और मिस-सेलिंग से भी बच सकते हैं।

आप को लाइफ इंश्योरेंस क्यों चाहिए 

लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले आपको यह तय करना होगा कि आपको लाइफ इंश्योरेंस की जरूरत क्यों है? इसके बाद ही आप अपने जरूरत के हिसाब से सही पॉलिसी चुन पाएंगे। जैसे कि आप के ना होने पर बच्चे की परवरिश के लिए, साथ ही उनके रोजीरोटी के लिए कितने पैसे की आवश्यक पड़ सकती है उसी हिसाब से आपको ये तय करना होगा कि आप को कितने रुपये का प्लान लेना होगा, इसे अपने महिना के खर्च के आधार पर तय करें।

लाइफ इंश्योरेंस प्लान लेने से पहले यह ध्यान जरूर रखे कि अभी आपके परिवार की जीवनशैली कैसी है और आगे चलकर इससे बेहतर जीवनशैली जीने के लिए कितने पैसे ही आवश्यकता हो सकती है इस पर ध्यान रखकर अभी जितना सालाना खर्च होता है, लाइफ इंश्योरेंस प्लान का मूल्य कम से कम 20 गुना अधिक होना चाहिए।

सबसे अच्छा लाइफ इंश्योरेंस खरीदने से पहले जाने ये बातें

की-फीचर्स डॉक्यूमेंट (kfd) पर ध्यान देना चाहिए

लाइफ इंश्योरेंस खरीदेने से पहले की-फीचर्स डॉक्यूमेंट को एक बार जरूर से पढ़ लेना चाहिए। की-फीचर्स डॉक्यूमेंट को पढ़ने से आपको बीमा के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है अगर आप बिना किसी जानकारी के इंश्योरेंस पॉलिसी ले लेते है तो आपको घबराने की कोई बात नहीं। इंश्योरेंस पॉलिसी जारी होने से पहले से 15 दिन तक फ्री-लुक पीरियड होता है अगर आप को लगता है कि मैं जो प्लान लिया हूँ वो मुझे जरूरी नहीं है या किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी या आप को फसाया गया है तो इन 15 दिनों में आप उस पॉलिसी को बंद करवा सकते हैं। इसमें कुछ शुल्क काटकर आपको बाकी का रकम वापस कर दिया जाता है।

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अपने करीबियों को अपनी पॉलिसी के बारे में जरूर बताएं 

लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के बाद अपने परिवारवालों, रिश्तेदारों और अपने करीबी दोस्तों को जरूर से जरूर बताएं ताकि अगर कोई अनहोनी होती है, तो आपके न रहने की स्थिति में परिवारवाले इंश्योरेंस क्लेम कर सकेंगे और उन्हें उसका लाभ मिल सकेगा।

इसके अलावा इंश्योरेंस से जुड़ी सभी दस्तावेज को डिजिटल और कागजी दोनों तरीके से स्टोर करके रखना चाहिए। अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी की स्थिति हो तो कोई एक फॉर्मेन्ट में डॉक्यूमेंट(दस्तावेज) आपके पास सुरक्षित रहेगा। ऐसा करने पर जरूरत के समय डॉक्यूमेंट(दस्तावेज) आसानी से मिल जाएगा।

हमें कौन सा बीमा प्रोडक्ट लेना चाहिए  

आम तौर पर लोग सबसे ज्यादा टर्म इंश्योरेंस, परंपरागत प्लान और यूनिट लिंक्ड बीमा प्लान (यूलिप्स) लेते हैं। हमें टर्म लाइफ इंश्योरेंस तभी लेना चाहिए जब हमारा उम्र कम हो ऐसा करने से हमें कम प्रीमियम भरना पड़ता है। टर्म लाइफ इंश्योरेंस हमें जीवन में गंभीर अनहोनी को ध्यान में रख कर लेनी चाहिए।

ठीक इसी प्रकार परंपरागत प्लान किसी योजना के तहत लिया जाता है ताकि सही समय पर बोनस के साथ एक गारंटी वाला पैसा आपके हाथ में हो। वही यूनिट लिंक्ड बीमा प्लान (यूलिप्स) की बात करे तो ये बीमा और निवेश पर आधारित होता है इसलिए इसका रिटर्न कम ज्यादा हो सकता है इसके रिटर्न तय नहीं होते है।

इंश्योरेंस लेने से पहले इंश्योरेंस कंपनी से पूछे ये सवाल नहीं तो बाद में पछताना पड़ेगा

1. इंश्योरेंस कंपनी से इंश्योरेंस लेने से पहले ये जरूर पूछे कि किन हालात में बीमा क्लेम करने पर पैसा मिलेगा या किन हालात में नहीं मिलेगा इसका पूरी जानकारी ले।

2. बीमा एजेंट से पूछे कि अगर जरूरत पड़ने पर कभी कवरेज बढ़ा सकते है की नहीं। अगर बढ़ा सकते है तो किस लिमिट तक।

3. एक बार इंश्योरेंस कंपनी का क्लेम सेटलमेंट रेशयों जरूर चेक करे और दूसरी कंपनी से भी कंपेयर जरूर करे।

4. कुछ ऐसे कंपनियां होती है जो बीमाधारक की मौत के बाद बच्चों की पढ़ाई का खर्च और लोन प्रोटेक्शन कवर भी देती है ये उस इंश्योरेंस मे कवर है की नहीं पता करे। अगर नहीं है तो इसे ऐड करने पर कितना प्रीमियम बढ़ाना पड़ेगा ताकि ये कवर मिल सके। ये जानकारी ले।

5. ये सभी जानकारी इंश्योरेंस कंपनी के वेबसाइट पर भी मिल जाती है हो सके तो एक बार वेबसाइट पर जा कर पूरी जानकारी ले।

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