Top Equity Mutual Funds with Lowest Expense Ratio and Highest Returns In Hindi
कम खर्च, ज़्यादा रिटर्न: जानिए कौन से इक्विटी फंड्स हैं आपके पैसे के लिए सबसे बेहतर
म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय हम अक्सर सबसे पहले यही देखते हैं कि कोई फंड कितने प्रतिशत रिटर्न दे रहा है, फंड मैनेजर का अनुभव कैसा है, और फंड हाउस का ट्रैक रिकॉर्ड कैसा है। यह देखना ज़रूरी है, लेकिन एक छोटी-सी चीज़ जो हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं — वह है “Expense Ratio” (एक्सपेंस रेशियो)।
Expense Ratio क्या होता है और क्यों है यह ज़रूरी?
Expense Ratio उस फीस को कहा जाता है, जो फंड हाउस हर साल आपके निवेश को मैनेज करने के बदले में लेता है। यह फीस सीधे फंड की NAV (Net Asset Value) से काटी जाती है — यानी आपको इसे अलग से नहीं देना पड़ता।
उदाहरण:
अगर किसी फंड का एक्सपेंस रेशियो 1% है, तो हर ₹100 के निवेश पर ₹1 हर साल फंड हाउस लेगा।
क्यों है यह महत्वपूर्ण?
जितना कम एक्सपेंस रेशियो होगा, उतना ज़्यादा आपका नेट रिटर्न होगा।
जब बाजार सुस्त हो, या रिटर्न सीमित हों, तब हर एक प्रतिशत खर्च का असर आपके लॉन्ग टर्म गेन पर भारी पड़ सकता है।
पिछले कुछ महीनों में इक्विटी बाजार की स्थिति
पिछले 7 महीनों में ग्लोबल इक्विटी मार्केट्स दबाव में रहे हैं। भारत में भी प्रमुख इंडेक्स — जैसे Nifty 50 और Sensex — में गिरावट देखी गई। इस माहौल में, जिन फंड्स का एक्सपेंस रेशियो ज़्यादा था, उनके लिए रिटर्न जनरेट करना और भी कठिन हो गया।
इसलिए अब निवेशकों को ऐसे फंड्स चुनने चाहिए जो:
- निचला एक्सपेंस रेशियो रखते हों
- लंबी अवधि में उच्च रिटर्न देने वाले हों
- सुनियोजित और अनुभवी फंड मैनेजमेंट से संचालित हों
टॉप इक्विटी म्यूचुअल फंड्स जिनका एक्सपेंस रेशियो कम है और रिटर्न शानदार
फंड का नाम | फंड कैटेगरी | एक्सपेंस रेशियो (Direct Plan) | 5 साल का CAGR रिटर्न |
---|---|---|---|
Mirae Asset Large Cap Fund | Large Cap | 0.55% | ~13.5% |
Axis Bluechip Fund | Large Cap | 0.50% | ~12.2% |
Parag Parikh Flexi Cap Fund | Flexi Cap | 0.76% | ~16.8% |
UTI Nifty Index Fund | Index Fund | 0.20% | ~13.1% |
Nippon India Small Cap Fund | Small Cap | 0.88% | ~21.3% |
ICICI Prudential Bluechip Fund | Large Cap | 0.55% | ~12.8% |
नोट: ऊपर दिए गए रिटर्न और एक्सपेंस रेशियो जानकारी 2025 की शुरुआत तक की नवीनतम डेटा पर आधारित हैं। निवेश से पहले फंड की आधिकारिक वेबसाइट या SEBI रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइज़र से सलाह लें।
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निवेश करते समय किन बातों का रखें ध्यान?
- Expense Ratio जितना कम, उतना बेहतर
- Past Performance को ज़रूर जांचें, लेकिन Blindly भरोसा न करें
- Fund Manager का Track Record भी देखें
- Asset Allocation और Risk Profile को समझें
- SIP (Systematic Investment Plan) के ज़रिए निवेश करना ज़्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक है
निष्कर्ष (Conclusion)
अगर आप चाहते हैं कि आपका निवेश वास्तव में बेहतर रिटर्न दे और आपका पैसा धीरे-धीरे एक्सपेंस में न कटे, तो आपको ऐसे म्यूचुअल फंड्स का चयन करना चाहिए जिनका Expense Ratio कम हो और जिनका पिछला प्रदर्शन मजबूत रहा हो। याद रखें, म्यूचुअल फंड्स में रिटर्न केवल बाजार पर नहीं, बल्कि उस पर लगने वाले खर्च पर भी निर्भर करता है।