Stock Market Crash 2025: अचानक क्यों आई भारी गिरावट? सेंसेक्स 1300 अंक टूटा, 3 लाख करोड़ रुपये डूबे!
भारतीय शेयर बाजार में आज जबरदस्त गिरावट देखने को मिली, जिसने निवेशकों के होश उड़ा दिए। बीते दिन की शानदार तेजी के बाद बाजार में आज भारी बिकवाली हावी रही। बीएसई सेंसेक्स (Sensex) में जहां 1300 अंकों से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, वहीं निफ्टी (Nifty) भी 328 अंक फिसल गया। इस गिरावट के कारण निवेशकों के करीब 3 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए।
शेयर बाजार की मौजूदा स्थिति
मंगलवार की सुबह से ही शेयर बाजार दबाव में नजर आया। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 1,272 अंक गिरकर 81,154 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 328 अंक टूटकर 24,600 से नीचे आ गया। बीएसई के टॉप 30 में से 26 शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
Infosys के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। यह शेयर 3.36% टूटकर ₹1,572 पर आ गया। इसके अलावा Power Grid, Zomato, TCS और HCL Tech के शेयरों में भी महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई।
BSE और NSE में भारी उठापटक
NSE पर कुल 2,832 शेयरों में से 1,785 शेयरों में तेजी, 968 शेयरों में गिरावट और 70 शेयर बिना बदलाव के रहे।
- 40 शेयर 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहे थे,
- जबकि 7 शेयर 52 हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गए।
- 179 शेयरों में अपर सर्किट और
- 25 शेयरों में लोअर सर्किट देखने को मिला।
बैंक निफ्टी (Bank Nifty) भी 409 अंक टूट गया, जिससे वित्तीय क्षेत्र पर नकारात्मक असर पड़ा।
निवेशकों को भारी नुकसान: 3 लाख करोड़ रुपये की पूंजी डूबी
सोमवार को बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन (BSE Market Capitalization) 433 लाख करोड़ रुपये था। लेकिन आज की गिरावट के बाद यह घटकर 430 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है। यानी निवेशकों की संपत्ति में करीब 3 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है। यह गिरावट बताती है कि बाजार में निवेशकों का भरोसा अस्थायी रूप से डगमगाया है।
इन प्रमुख शेयरों में आई बड़ी गिरावट
- KFin Technologies (KFin Tech): 5% से अधिक गिरावट
- Chambal Fertilisers: करीब 5% गिरा
- PG Electroplast: लगभग 4% की गिरावट
- UPL: 5% से ज्यादा नुकसान
- SRF Ltd: 4% की गिरावट
- Bharti Hexacom: 3.46% की गिरावट
इन सेक्टरों में आई गिरावट से यह स्पष्ट होता है कि गिरावट व्यापक स्तर पर फैली हुई है और केवल कुछ कंपनियों तक सीमित नहीं रही।
शेयर बाजार में गिरावट के 4 बड़े कारण
1. सोमवार की तेज तेजी के बाद मुनाफावसूली
कल शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली थी। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 4% से अधिक की उछाल दर्ज की गई थी। ऐसे में आज निवेशकों ने मुनाफावसूली (Profit Booking) करना शुरू किया, जिससे बाजार पर दबाव बना।
2. कच्चे तेल की कीमतों में उछाल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी देखी गई है। ब्रेंट क्रूड ऑयल $64.74 प्रति बैरल पर पहुंच गया है। यह तेजी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए नकारात्मक संकेत है क्योंकि इससे इन्फ्लेशन और इंपोर्ट कॉस्ट बढ़ सकते हैं।
3. अमेरिका के ट्रेजरी यील्ड में उछाल
अमेरिका के बॉन्ड मार्केट में ट्रेजरी यील्ड 4.45% तक पहुंच गया है। इससे वैश्विक निवेशक भारत सहित उभरते बाजारों से पैसा निकालकर अमेरिका की ओर रुख कर सकते हैं। यह विदेशी निवेश के लिहाज से एक चिंताजनक संकेत है।
4. दिग्गज कंपनियों के शेयरों में गिरावट
HDFC Bank, Reliance Industries (RIL), Infosys और TCS जैसे दिग्गज शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सीधा असर पूरे बाजार पर पड़ा है क्योंकि ये इंडेक्स में भारी वजन रखते हैं।
क्या निवेशकों को घबराना चाहिए?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की गिरावट अस्थायी हो सकती है और इसे मुनाफावसूली और वैश्विक घटनाओं से जुड़ा करेक्शन माना जाना चाहिए।
यदि आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं तो इस समय को अवसर की तरह देखा जा सकता है। गिरावट के दौरान अच्छे फंडामेंटल वाले शेयरों में निवेश करना भविष्य में बेहतर रिटर्न दे सकता है।
सतर्क रहें, लेकिन घबराएं नहीं
आज शेयर बाजार की गिरावट ने निवेशकों को झटका जरूर दिया है, लेकिन यह बाजार की स्वाभाविक चाल का हिस्सा है। बाजार में तेजी और गिरावट का आना-जाना लगा रहता है। इस समय सोच-समझकर निवेश करना ही समझदारी है।
शेयर बाजार में निवेश हमेशा जोखिम के साथ होता है। ऐसे में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से जरूर परामर्श लें।