सर्वनाम किसे कहते हैं और कितने प्रकार के होते हैं एकदम सरल भाषा में समझिए
सर्वनाम क्या है? – सरल भाषा में समझिए
सर्वनाम वह शब्द होता है जो संज्ञा (यानी किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या प्राणी के नाम) की जगह पर प्रयोग किया जाता है। जब हम बार-बार किसी का नाम नहीं दोहराना चाहते, तो उसकी जगह सर्वनाम का उपयोग करते हैं।
उदाहरण:
वह मोहन है।
इस वाक्य में “वह” एक सर्वनाम है, क्योंकि यह “मोहन” नाम की जगह पर इस्तेमाल हुआ है।
सर्वनाम शब्द दो भागों से मिलकर बना है:
सर्व + नाम
यहाँ “सर्व” का मतलब होता है – सभी, और “नाम” का मतलब होता है – किसी व्यक्ति या चीज़ का नाम। यानी, सर्वनाम वह शब्द है जो किसी भी नाम के स्थान पर प्रयोग किया जाता है।
कुछ सामान्य सर्वनाम शब्द हैं:
मैं, तुम, आप, वह, यह, हम, हमारा, तुम्हारा, उनका, इसका, उसका आदि।
सरल शब्दों में कहें तो:
सर्वनाम वे शब्द होते हैं जो किसी का नाम बार-बार लेने से बचाने के लिए उपयोग किए जाते हैं। जैसे:
- राम स्कूल गया। राम ने पढ़ाई की। राम घर लौटा।
इस वाक्य को हम सर्वनाम की मदद से ऐसे कह सकते हैं:
राम स्कूल गया। वह पढ़ाई कर रहा था। फिर वह घर लौटा।
इस तरह से वाक्य साफ और आसान बन जाता है।
सर्वनाम किसे कहते हैं?
जब हम किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या प्राणी के नाम की जगह कोई और शब्दों का प्रयोग करते हैं, तो उस शब्द को सर्वनाम कहते हैं। यानी, संज्ञा (नाम) के स्थान पर जो शब्द आता है, उसे सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण:
राम स्कूल गया। राम ने पढ़ाई की। राम घर लौटा।
👉 यहाँ बार-बार “राम” दोहराया गया है।
लेकिन अगर हम कहें —
राम स्कूल गया। वह पढ़ाई कर रहा था। फिर वह घर लौटा।
👉 तो यहाँ “वह” शब्द “राम” की जगह पर आया है, इसलिए “वह” एक सर्वनाम है।
सर्वनाम शब्द कैसे बनता है?
सर्व + नाम = सर्वनाम
- ‘सर्व’ का मतलब होता है – सबका
- ‘नाम’ मतलब – किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान का नाम
👉 तो “सर्वनाम” का अर्थ है – सबके नाम की जगह आने वाला शब्द।
जैसे —
मैं शब्द हर व्यक्ति अपने लिए प्रयोग करता है। इसका कोई एक नाम नहीं होता। इसलिए यह सबके लिए सामान्य शब्द है, और इसीलिए यह सर्वनाम कहलाता है।
क्यों ज़रूरी है सर्वनाम?
अगर हम हर बार किसी व्यक्ति या वस्तु का नाम ही दोहराएं, तो भाषा भारी और उबाऊ लगने लगती है।
सर्वनाम शब्दों का उपयोग करके हम भाषा को सरल, सुगम और साफ-सुथरा बना सकते हैं।
सर्वनाम की परिभाषाएं:
परिभाषा 1:
वह शब्द जो संज्ञा के बदले में आए, उसे सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण: मैं, तुम, हम, वह, आप, उसका, उसकी, ये, वे आदि।
परिभाषा 2:
संज्ञा शब्दों के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं।
उदाहरण: मैं, हम, तू, आप, यह, वह, जो, कोई, कुछ, कौन, क्या आदि।
परिभाषा 3:
ऐसे शब्द जो “नाम” के स्थान पर प्रयुक्त हों, उन्हें सर्वनाम कहा जाता है।
उदाहरण: यह, वह, हम, तुम, वे, ये, इसका, उसका, इनका, उनका आदि।
मूल सर्वनाम क्या होते हैं? — सरल भाषा में समझिए
मूल सर्वनाम वे सर्वनाम होते हैं जो अपने आप में पूर्ण होते हैं, और किसी अन्य शब्द से बने नहीं होते। ये सर्वनाम हिंदी भाषा में मूल रूप से प्रयुक्त होते हैं और सर्वनाम के सभी प्रकारों की नींव होते हैं।
- मैं
- तू
- आप
- यह
- वह
- जो
- सो
- कौन
- क्या
- कोई
- कुछ
नोट करें:
- ये सभी शब्द बिना किसी और शब्द से मिलकर बने हैं।
- इन्हीं शब्दों से अन्य सर्वनाम जैसे – मेरा, उसका, इसका, जिससे, जिसके, जिन्हें, जैसी आदि बनाए जाते हैं।
- इसलिए इन्हें “मूल” (root) सर्वनाम कहा जाता है।
सर्वनाम के वचन और लिंग – सरल भाषा में
1. सर्वनाम के वचन (Number of Pronouns):
संज्ञा की तरह सर्वनाम के भी दो वचन होते हैं:
(क) एकवचन (Singular):
जब एक व्यक्ति या वस्तु की बात हो रही हो।
उदाहरण:
- मैं
- तू
- यह
- वह
(ख) बहुवचन (Plural):
जब एक से अधिक व्यक्ति या वस्तु की बात हो रही हो।
उदाहरण:
- हम
- तुम
- ये
- वे
2. सर्वनाम का लिंग (Gender of Pronouns):
सर्वनाम शब्द लिंग के अनुसार अपने रूप में बदलाव नहीं करते।
यानी पुल्लिंग और स्त्रीलिंग — दोनों में सर्वनाम एक जैसे ही रहते हैं।
उदाहरण:
(क) वह जाता है। (पुल्लिंग)
(ख) वह जाती है। (स्त्रीलिंग)
यहाँ “वह” शब्द दोनों ही वाक्यों में समान है, लेकिन क्रिया (जाता / जाती) लिंग के अनुसार बदली है, सर्वनाम नहीं।
- वचन के अनुसार सर्वनाम बदल सकते हैं (मैं → हम, यह → ये)।
- लेकिन लिंग के अनुसार सर्वनाम का रूप नहीं बदलता।
सर्वनाम के कितने प्रकार होते हैं?
सर्वनाम के 6 प्रकार होते हैं :
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक (संकेतवाचक) सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
1. पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं?
जो सर्वनाम शब्द वक्ता (बोलने वाला), श्रोता (सुनने वाला) और किसी अन्य व्यक्ति के लिए प्रयुक्त होते हैं, उन्हें पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण: मैं, तू, वह, तुम, आप, उसने, मुझे आदि।
उदाहरण वाक्य:
“उसने मुझे बोला था कि तुम पढ़ रही हो।”
इस एक ही वाक्य में तीन प्रकार के पुरुषवाचक सर्वनाम दिखाई दे रहे हैं:
- उसने (अन्य पुरुष)
- मुझे (उत्तम पुरुष)
- तुम (मध्यम पुरुष)
पुरुषवाचक सर्वनाम के कितने भेद है?
पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद होते हैं।
पुरुषवाचक सर्वनाम के 3 भेद:
उत्तम पुरुष (First Person)
उत्तम पुरुष उस सर्वनाम को कहते है जो व्यक्ति(वक्ता) स्वयं के बोलने के लिए प्रयोग करता है
उदाहरण:
- मैं
- हम
- मुझे
- हमने
- मेरा
- मुझको
- हमें
- हमारा
- हमलोग
उदाहरण वाक्य:
मैं स्कूल जाता हूँ।
हमने होमवर्क किया।
मध्यम पुरुष (Second Person)
मध्यम पुरुष उस सर्वनाम को कहते है जो सुनने वाले व्यक्ति(श्रोता) के लिए प्रयोग किया जाता है
उदाहरण:
- तू
- तुम
- तुझे
- तुम्हें
- आप
- आपको
- तेरे
- तुम्हारा
- आपलोग
- आपसब
उदाहरण वाक्य:
तुम कहाँ जा रहे हो?
आप बहुत अच्छा बोलते हैं।
अन्य पुरुष (Third Person)
अन्य पुरुष उस सर्वनाम को कहते है जो न तो बोलने वाला होता है और न ही सुनने वाले के लिए प्रयोग किया जाता है बल्कि अन्य व्यक्ति के लिए प्रयोग किए जाने वाले शब्दों को ही अन्य पुरुष कहते हैं।
उदाहरण:
- वह
- यह
- ये
- वे
- उस
- इस
- उन्हें
- उनसे
- इनके
- उनके
- वह आदमी
- ये लोग
- वे सब
उदाहरण वाक्य:
वह लड़का तेज दौड़ता है।
वे स्कूल जा रहे हैं।
पुरुषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं:
➤ उत्तम पुरुष – स्वयं के लिए
➤ मध्यम पुरुष – जिससे बात हो रही है
➤ अन्य पुरुष – तीसरे व्यक्ति के लिए
2. निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं या संकेतवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं?
जो सर्वनाम किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान की ओर इशारा (संकेत) करें, उन्हें निश्चयवाचक या संकेतवाचक सर्वनाम कहते हैं।
इनसे यह पता चलता है कि बात किस खास चीज़, व्यक्ति या स्थान की हो रही है।
इनका दूसरा नाम क्यों है – “संकेतवाचक सर्वनाम”?
क्योंकि ये शब्द किसी चीज़ की तरफ़ संकेत करते हैं — जैसे पास या दूर की ओर।
प्रमुख उदाहरण:
- यह, वह, ये, वे, इसी, उसी, यही, वही
पास और दूर के लिए प्रयोग:
दूरी | सर्वनाम | उदाहरण |
---|---|---|
निकट (पास) | यह, ये, इसी, यही | यह मेरी किताब है। ये मेरे दोस्त हैं। |
दूर | वह, वे, उसी, वही | वह लड़का तेज दौड़ता है। वे दिल्ली से आए हैं। |
उदाहरण वाक्य:
- यह मेरी पुस्तक है।
- वह राम के भाई हैं।
- उसी ने मुझे बुलाया था।
👉 इन सभी में “यह”, “वह”, “उसी” – किसी निर्धारित चीज़ या व्यक्ति की ओर संकेत कर रहे हैं, इसलिए ये निश्चयवाचक सर्वनाम हैं।
निश्चयवाचक और पुरुषवाचक सर्वनाम में अंतर
विशेषता | पुरुषवाचक सर्वनाम | निश्चयवाचक सर्वनाम |
---|---|---|
प्रयोजन | वक्ता, श्रोता या तीसरे व्यक्ति के लिए | किसी चीज़ या व्यक्ति की ओर संकेत |
उदाहरण | मैं, तुम, वह, आप | यह, वह, वही, यही |
वाक्य उदाहरण | राम मेरा मित्र है, वह दिल्ली में रहता है। | वह मेरी गाड़ी है। |
कुछ विशेष उदाहरणों से अंतर समझिए:
वाक्य 1:
सुरेश मेरा मित्र है, वह दिल्ली में रहता है।
👉 “वह” = पुरुषवाचक सर्वनाम (सुरेश के लिए प्रयोग हुआ है)
वाक्य 2:
यह मेरी गाड़ी है, वह राम की गाड़ी है।
👉 “यह”, “वह” = निश्चयवाचक सर्वनाम (गाड़ी के लिए संकेत कर रहे हैं)
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं (Anishchayavachak Sarvanam)
जब किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या कार्य के बारे में हमें साफ-साफ पता नहीं होता कि वह कौन है, क्या है, कहाँ है — तब जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।
दूसरे शब्दों में समझिए:
जो सर्वनाम शब्द किसी व्यक्ति या वस्तु की ओर ऐसा संकेत करें जिसमें स्पष्टता न हो यानी चीज़ें अनिश्चित हों — वो होते हैं अनिश्चयवाचक सर्वनाम।
मुख्य उदाहरण:
- कोई
- कुछ
- किसी
- किसने
- कौन
- कहाँ
- कहीं
- जब-तब
- जो-कोई
- जहाँ-तहाँ
उदाहरण वाक्य और उनके अर्थ:
- कोई तुमसे मिलने आया था।
👉 यहाँ “कोई” = कौन आया, यह पता नहीं = अनिश्चयवाचक - भोजन में कुछ गिर गया है।
👉 “कुछ” = क्या गिरा? निश्चित नहीं = अनिश्चयवाचक - किसी ने मुझे फोन किया, पता नहीं कौन था।
👉 “किसी”, “कौन” = स्पष्टता नहीं = अनिश्चयवाचक - कुछ सेब यहाँ पड़े हैं।
👉 कितने सेब? निश्चित नहीं = अनिश्चयवाचक - बाहर कोई है।
👉 कौन है? पता नहीं = अनिश्चयवाचक
कैसे पहचानें अनिश्चयवाचक सर्वनाम?
संकेत | पहचान |
---|---|
व्यक्ति या वस्तु की पहचान स्पष्ट नहीं हो | अनिश्चयवाचक सर्वनाम |
प्रश्न जैसा भाव हो, लेकिन उत्तर अज्ञात हो | अनिश्चयवाचक सर्वनाम |
“कोई”, “कुछ”, “किसी”, “कहाँ”, “कौन” जैसे शब्द हों | ध्यान दें – ये अनिश्चयवाचक होते हैं |
याद रखने की ट्रिक (Trick to Remember):
“जिसका ठिकाना न हो पक्का, वो है अनिश्चयवाचक सर्वनाम!”
4. संबंधवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? (Sambandhvachak Sarvanam)
जब कोई सर्वनाम शब्द वाक्य में किसी अन्य संज्ञा या सर्वनाम से संबंध प्रकट करे या दो बातों को आपस में जोड़ने का कार्य करे, तो ऐसे शब्द “संबंधवाचक सर्वनाम” कहलाते हैं।
दूसरे शब्दों में समझिए:
जिन सर्वनामों के द्वारा किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या कार्य के बीच का परस्पर संबंध बताया जाए — वे होते हैं संबंधवाचक सर्वनाम।
सामान्य उदाहरण शब्द:
जो, सो, जैसा, वैसा, जिसकी, उसकी, जितना, उतना, जहाँ, वहाँ, जिसको, उसको आदि।
उदाहरण वाक्य और उनका अर्थ:
- जो मेहनत करता है, वही सफलता पाता है।
👉 “जो” और “वही” दो बातों को जोड़ रहे हैं – संबंधवाचक - जैसा कर्म करोगे, वैसा फल पाओगे।
👉 कर्म और फल के बीच संबंध स्पष्ट = संबंधवाचक - जिसकी लाठी, उसकी भैंस।
👉 ‘लाठी’ और ‘भैंस’ के मालिकाना संबंध को दिखा रहा है = संबंधवाचक - जहाँ इरादा मजबूत हो, वहाँ रास्ते मिल ही जाते हैं।
👉 स्थानों के बीच संबंध दर्शा रहा है = संबंधवाचक
कैसे पहचानें संबंधवाचक सर्वनाम?
पहचान संकेत | उदाहरण |
---|---|
दो बातों/वाक्यों को जोड़ता हो | जो…सो |
किसी चीज़ का उत्तर देता हो | जैसा…वैसा |
संबंध या तुलना प्रकट करता हो | जिसकी…उसकी |
कारण और परिणाम को जोड़ता हो | जितना…उतना |
याद रखने की ट्रिक (Mnemonic Tip):
“जो” कहे वो “सो” करे — यही है संबंधवाचक का हरे-हरे!”
(मतलब: जहाँ एक चीज़ कह रही हो और दूसरी उससे जुड़ रही हो, वहाँ संबंध बन रहा है।)
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किसी प्रश्न को पूछने के लिए किया जाता है, उन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं।
दूसरे शब्दों में:
जो शब्द किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या कार्य के बारे में सवाल करने का कार्य करें — वे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
प्रमुख प्रश्नवाचक सर्वनाम शब्द:
क्या, कौन, किसने, किसका, किसे, किसको, कहाँ, कैसे, कब, क्यों, किसलिए आदि।
उदाहरण वाक्य और उनका विश्लेषण:
- तुम कौन हो?
👉 “कौन” = व्यक्ति के बारे में पूछ रहा है = प्रश्नवाचक सर्वनाम - यह काम किसने किया?
👉 “किसने” = कर्ता पूछ रहा है = प्रश्नवाचक सर्वनाम - आप कहाँ जा रहे हैं?
👉 “कहाँ” = स्थान संबंधी प्रश्न = प्रश्नवाचक सर्वनाम - तुम्हें क्या चाहिए?
👉 “क्या” = वस्तु पूछी जा रही है = प्रश्नवाचक सर्वनाम - इसमें किसका नाम लिखा है?
👉 “किसका” = स्वामित्व का प्रश्न = प्रश्नवाचक सर्वनाम
संकेत | उदाहरण | प्रयोजन |
---|---|---|
कौन | बाहर कौन है? | व्यक्ति का बोध |
क्या | तुम क्या कर रहे हो? | वस्तु / कार्य का बोध |
किसका | यह किसका पेन है? | स्वामित्व का बोध |
कहाँ | बच्चा कहाँ गया? | स्थान का बोध |
क्यों | वह क्यों रो रहा है? | कारण का बोध |
याद रखने की ट्रिक (Mnemonic Tip):
“जो सवाल पूछे, वह प्रश्नवाचक कहलाए।”
यानी – “कौन, क्या, कहाँ, क्यों…” = हमेशा सवाल पूछने वाले शब्द
6. निजवाचक सर्वनाम कीसे कहते हैं? (Nijvaachak Sarvanam)
जिन सर्वनामों से अपनेपन (स्वंय से संबंधित होने) का बोध होता है, उन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं।
दूसरे शब्दों में:
जब कोई व्यक्ति खुद के लिए या अपने कार्य से संबंधित होकर कोई बात करता है, तो जो सर्वनाम शब्द इस्तेमाल होते हैं, वे ‘निजवाचक सर्वनाम’ कहलाते हैं।
प्रमुख निजवाचक सर्वनाम शब्द:
खुद, स्वयं, निज, अपने आप, अपना, अपनी, अपने, आप (जब ‘स्वतः’ अर्थ में आए)
उदाहरण वाक्य और उनका विश्लेषण:
- मैं अपना काम स्वयं करता हूँ।
👉 “स्वयं” और “अपना” दोनों निजवाचक सर्वनाम - तुम अपने आप चले जाना।
👉 “अपने आप” = कर्ता स्वयं ही कार्य करे = निजवाचक सर्वनाम - वह खुद ही ऑफिस चला गया।
👉 “खुद” = निजता का बोध = निजवाचक सर्वनाम - ईश्वर भी उन्हीं का साथ देता है, जो अपनी मदद आप करता है।
👉 “अपनी”, “आप” = निजवाचक सर्वनाम (यहाँ ‘आप’ आदरसूचक नहीं, स्व-कर्ता रूप में है) - मेरी बहन स्वयं परीक्षा की तैयारी कर रही है।
👉 “स्वयं” = निजता (independence) दिखा रहा है
कैसे पहचानें निजवाचक सर्वनाम?
संकेत | अर्थ | उदाहरण | पहचान |
---|---|---|---|
स्वयं | अपने आप | वह स्वयं गया | स्वयं कार्य कर रहा है |
खुद | स्वयं | मैं खुद आऊँगा | खुद = निजता |
अपने | अपने लिए | अपने काम पर ध्यान दो | निजवाचक |
आप | स्व-कर्त्ता रूप | आप ही अपनी मदद कीजिए | आदरसूचक नहीं |
सर्वनाम के 10 मुख्य उदाहरण:
- मैं लिखना पसंद करती हूँ। (मैं)
- मुझे संगीत बहुत पसंद है। (मुझे)
- वह कल माँ के साथ बाजार जाएगी। (वह)
- उसने मुझे फोन किया था। (उसने)
- मेरे पास एक बुक है। (मेरे)
- हम कल मेले जायेंगें। (हम)
- तुम कौन हो? (तुम)
- यहाँ बरसात हो रही है। (यहाँ)
- वहाँ जाना मना है। (वहाँ)
- वह फुटबॉल खेल रहा है। (वह)
अतिरिक्त 5+ सर्वनाम के उदाहरण:
- कोई सब्जी लेने जा रहा है। (कोई)
- बुआजी कल किसकी बात कर रहीं थीं? (किसकी)
- मैंने आज जिम नहीं किया। (मैंने)
- लैपटॉप में कुछ कमी है। (कुछ)
- जिसने यह काम किया है, वह बहुत समझदार है। (जिसने)
सर्वनाम शब्दों की रूप-रचना (Pronoun Declension in Hindi)
हिंदी में सर्वनाम के रूप पुरुष (उत्तम, मध्यम, अन्य), वचन (एकवचन, बहुवचन) और सप्त कारक के अनुसार बदलते हैं। नीचे प्रमुख सर्वनामों के रूप और उनके कारकों के आधार पर रूपांतरण दर्शाए गए हैं।
उत्तम पुरुष – ‘मैं’ (I)
कारक | एकवचन | बहुवचन |
---|---|---|
कर्ता | मैं, मैंने | हम, हमने, हम लोग, हम लोगों ने |
कर्म | मुझे, मुझको | हमें, हमको, हम लोगों को |
करण | मुझसे, मेरे द्वारा | हमसे, हमारे द्वारा, हम लोगों से |
संप्रदान | मुझे, मेरे लिए | हमें, हमारे लिए, हम लोगों के लिए |
अपादान | मुझसे | हमसे, हम लोगों से |
संबंध | मेरा, मेरी, मेरे | हमारा, हमारी, हमारे |
अधिकरण | मुझमें, मुझ पर | हममें, हम पर |
मध्यम पुरुष – ‘तू’ (You – informal)
कारक | एकवचन | बहुवचन |
---|---|---|
कर्ता | तू, तूने | तुम, तुमने, तुम लोग, तुम लोगों ने |
कर्म | तुझे, तुझको | तुम्हें, तुमको, तुम लोगों को |
करण | तुझसे, तेरे द्वारा | तुमसे, तुम्हारे द्वारा, तुम लोगों से |
संप्रदान | तुझे, तेरे लिए | तुम्हें, तुम्हारे लिए, तुम लोगों के लिए |
अपादान | तुझसे | तुमसे, तुम लोगों से |
संबंध | तेरा, तेरी, तेरे | तुम्हारा, तुम्हारी, तुम्हारे |
अधिकरण | तुझमें, तुझ पर | तुम में, तुम पर |
अन्य पुरुष – ‘वह’ (He/She/That)
कारक | एकवचन | बहुवचन |
---|---|---|
कर्ता | वह, उसने | वे, उन्होंने, वे लोग, उन लोगों ने |
कर्म | उसे, उसको | उन्हें, उनको, उन लोगों को |
करण | उससे, उसके द्वारा | उनसे, उनके द्वारा, उन लोगों के द्वारा |
संप्रदान | उसे, उसके लिए | उन्हें, उनके लिए |
अपादान | उससे | उनसे, उन लोगों से |
संबंध | उसका, उसकी, उसके | उनका, उनकी, उनके, उन लोगों का/की/के |
अधिकरण | उसमें, उस पर | उनमें, उन पर, उन लोगों में, उन लोगों पर |
निश्चयवाचक सर्वनाम – ‘यह’ (This)
कारक | एकवचन | बहुवचन |
---|---|---|
कर्ता | यह, इसने | ये, इन्होंने, इन लोगों ने |
कर्म | इसे, इसको | इन्हें, इनको, इन लोगों को |
करण | इससे, इसके द्वारा | इनसे, इनके द्वारा, इन लोगों से/द्वारा |
संप्रदान | इसको, इसके लिए | इन्हें, इनके लिए, इन लोगों के लिए |
अपादान | इससे | इनसे, इन लोगों से |
संबंध | इसका, इसकी, इसके | इनका, इनकी, इनके, इन लोगों का/की/के |
अधिकरण | इसमें, इस पर | इनमें, इन पर, इन लोगों में, इन लोगों पर |
अनिश्चयवाचक सर्वनाम – ‘कोई’ (Someone)
कारक | एकवचन | बहुवचन |
---|---|---|
कर्ता | कोई, किसी ने | किन्हीं ने |
कर्म | किसी को | किन्हीं को |
करण | किसी से, किसी के द्वारा | किन्हीं से, किन्हीं के द्वारा |
संप्रदान | किसी को, किसी के लिए | किन्हीं को, किन्हीं के लिए |
अपादान | किसी से | किन्हीं से |
संबंध | किसी का/की/के | किन्हीं का/की/के |
अधिकरण | किसी में, किसी पर | किन्हीं में, किन्हीं पर |
कारक | एकवचन | बहुवचन |
---|---|---|
कर्ता | कौन, किसने | किन्होंने, किन लोगों ने |
कर्म | किसे, किसको | किन्हें, किनको, किन लोगों को |
करण | किससे, किसके द्वारा | किनसे, किनके द्वारा, किन लोगों से/द्वारा |
संप्रदान | किसको, किसके लिए | किनको, किनके लिए, किन लोगों के लिए |
अपादान | किससे | किनसे, किन लोगों से |
संबंध | किसका, किसकी, किसके | किनका, किनकी, किनके, किन लोगों का/की/के |
अधिकरण | किसमें, किस पर | किनमें, किन पर, किन लोगों में, किन लोगों पर |
सर्वनाम शब्दों की यह रूप-रचना हमें यह समझने में मदद करती है कि वाक्य में सर्वनाम किस कारक, वचन और पुरुष के अनुसार किस रूप में प्रयुक्त होंगे। यह न केवल भाषा की शुद्धता बनाए रखने में सहायक है, बल्कि विद्यार्थियों को परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने में भी सहायक सिद्ध हो सकती है।
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