नई नारी कविता के प्रश्न उत्तर क्लास 8 ॥ Nai Nari Kavita Ke Question Answer Class 8

नई नारी कविता के प्रश्न उत्तर क्लास 8 ॥  Nai Nari Kavita Ke Question Answer Class 8 ।। नई नारी कविता का प्रश्न उत्तर class 8 

नई नारी कविता के प्रश्न उत्तर क्लास 8 ॥  Nai Nari Kavita Ke Question Answer Class 8 ।। नई नारी कविता का प्रश्न उत्तर class 8 

आप सभी का इस आर्टिकल में स्वागत है आज हम इस आर्टिकल के माध्यम नई नारी कविता के प्रश्न उत्तर क्लास 8,को पढ़ने जा रहे हैं। जो पश्चिम बंगाल के सरकारी विद्यालय के कक्षा 8 के पाठ 6 नई नारी से लिया गया है जिसके कवि सुब्रह्मण्य भारती है।  तो चलिए नई नारी कविता के प्रश्न उत्तर क्लास 8 , nai nari  kavita ka question answer Class 8 को देखें-

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1.
नई नारी किस चाल से चलती है?

(क) तामसी
(ख) सादगी (✔)
(ग) राजसी
(घ) निर्भीक
उत्तर :
(ख) सादगी भरी

प्रश्न 2.
‘नई नारी’ कविता के रचयिता है?

(क) सुब्रह्मण्य स्वामी
(ख) राधाकृष्ण भारती (✔)
(ग) सुबह्मण्य भारती
(घ) केशवदास
उत्तर :
(ग) सुब्रह्मण्य भारती।

प्रश्न 3.
नई नारी किससे गौरवान्वित है?

(क) शृंगार की दीप्ति से
(ख) विद्या की दीप्ति से (✔)
(ग) धन की दीप्ति से
(घ) शक्ति की दीप्ति से।
उत्तर :
(ख) विद्या की दीप्ति से

प्रश्न 4.
नई नारी को कहाँ भटकना स्वीकार नहीं है?

(क) मिथ्या परंपराओं में
(ख) अज्ञान के अंधेरे में (✔)
(ग) सुख-सुविधाओं के संसार में
(घ) अंधविश्वास के बंधन में
उत्तर :
(ख) अज्ञान के अंधेरे में।

लघु उत्तरीय प्रश्न

१. नई नारी को क्या स्वीकार नहीं है?

उत्तर: अज्ञानता को गहन अंधकार में भटक जाना नई नारी को स्वीकार नहीं है।

२. नई नारी किसका अध्ययन करेगी?

उत्तर: नई नारी विविध प्रकार के शास्त्रों का अध्ययन करेगी।

३. कवि किन को तोड़ने और हटाने की कामना करता है?

उत्तर: कवि अंधविश्वासों को तोड़ने और पुरातन, झूठी परंपराओं को हटाने की कामना करता है।

४. नई नारी निर्भीक क्यों है?

उत्तर: विद्या और ज्ञान के अर्जन के कारण नई नारी निर्भीक है

बोध मूल प्रश्न

१. कवि सुब्राह्मण्य भारती ने नई नारी में किन-किन गुणों की कल्पना की है?

उत्तर: कवि सुब्राह्मण्य भारती ने नई नारी में ज्ञान संपदा से संपन्नता, अध्ययनशीलता, सुसंस्कृति, सूक्ष्मदर्शिता और जड़बध्द परंपराओं की विरोधी आदि गुणों की कल्पना की है। कवि के अनुसार नई नारी शिक्षित ज्ञानी और अध्ययन शील है वह अपने ज्ञान की शक्ति पर पुरातन अंधविश्वासों, मिथकों
और रूढ़ियों को तोड़ती हुई विद्रोही चरित्र का निर्वाह करती है। इसके साथ ही वह सुसभ्य और सुसंस्कृत आचरण से युक्त है। अपने इन्हीं गुणों के कारण वह सभी की प्रशंसा को प्राप्त कर लेती है।

२. ‘वे कभी चकाचौंध में रह नहीं भूल सकतीं’ – इन पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: कवि के अनुसार नई नारी ज्ञान की संपदा से संपन्न है। वह भौतिक सुख सुविधाओं के मायाजाल को अपने ज्ञान के बल पर भली-भांति समझ सकती है। अतः सांसारिक संसाधन उसके मार्ग में कभी भी बाधक नहीं बन सकते हैं। उसका मूल उद्देश्य प्रत्येक मानव के भीतर मानवीय ईमानदारी पैदा कर उसे देवता के समान बनाना है। इस कार्य के लिए वा तमाम पुरातन और कड़ी कड़ी परंपराओं वह नियमों को तोड़ती है। यह सब वह ज्ञान के बल पर ही कर पाती है। अतः उसके उद्देश्य के राह में आने वाली अज्ञानता की झूठी चमक, भौतिक सुखों की मायावी दीवार और परंपराओं की जगमगाती लकीरे उसके ध्यान को भटका नहीं सकती।

३. नई नारी के विकास के मार्ग में कौन सी बाधाएं हैं और वह उन्हें कैसे दूर कर सकती है?

उत्तर: नई नारी के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा अज्ञानता का अंधकार है। अज्ञानता के कारण बहुत से लोग उसके भावों, विचारों और उसके उद्देश्य को समझ नहीं पाते हैं और नई नारी का विरोध कर सकते हैं। दूसरी सबसे बड़ी बाधा बहुत ही सुख साधन है। संपन्न घरों में स्त्रियों को भौतिक सुख सुविधाओं और वैभव से इस कदर संपन्न कर दिया जाता है कि उसकी चमक में खोकर अपने मूल उद्देश्य को भूल सकती है। तीसरी समस्या हमारे समाज फैले अंधविश्वास झूठी परंपराएं युगो से चली आ रही रीतियां हैं। इनके कारण नारी को घर के चारदीवारी में बंद कर रखा जाता है और उनके कदमों को रोकने की कोशिश की जाती है। इन समस्याओं को नई नारी अपने ज्ञान के प्रकाश से दूर करेगी। वह एक ओर विभिन्न शास्त्रों के अध्ययन द्वारा तमाम पुरातन पंथी मान्यताओं को तोड़ेगी वहीं ज्ञान की दीप्ति से स्वयं को और समाज को रोशन करेगी।

विचार और कल्पना 

प्र.1. भारतीय समाज में आज भी स्त्रियों के प्रति उपेक्षा के कारणों को स्पष्ट कीजिए। 

उत्तर – भारतीय समाज में आज भी स्त्रियों के प्रति उपेक्षा का भाव विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक कारणों से देखने को मिलता है। यद्यपि संविधान ने स्त्रियों को समान अधिकार दिए हैं, फिर भी व्यवहारिक रूप में उन्हें पूर्ण सम्मान और स्वतंत्रता नहीं मिल पाती।

स्त्रियों के प्रति उपेक्षा का पहला कारण पितृसत्तात्मक सोच है, जिसमें पुरुषों को श्रेष्ठ और स्त्रियों को कमजोर या अधीन माना जाता है। परिवार और समाज में लड़कियों को आज भी लड़कों से कम महत्व दिया जाता है।

दूसरा कारण शिक्षा और आर्थिक निर्भरता की कमी है। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बहुत-सी लड़कियाँ उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर नहीं बन पातीं।

तीसरा कारण बाल विवाह, दहेज प्रथा, घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न जैसी कुरीतियाँ हैं, जो स्त्रियों को मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर करती हैं।

इसके अतिरिक्त, कामकाजी महिलाओं को कार्यस्थलों पर बराबरी का वेतन, सम्मानजनक वातावरण और निर्णय लेने का अवसर कम मिलता है।

निष्कर्षतः जब तक समाज की सोच नहीं बदलेगी, स्त्रियों को उनके अधिकार नहीं मिलेंगे। इसके लिए शिक्षा, जागरूकता और कानूनों के कठोर पालन की आवश्यकता है, ताकि स्त्रियाँ भी सम्मानपूर्वक, सुरक्षित और स्वतंत्र जीवन जी सकें।

प्र.2.  नारी सम्मान के लिए आप अपने स्तर पर क्या-क्या उपाय करेंगे, इसकी एक सूची तैयार कीजिए। 

उत्तर – नारी सम्मान के लिए हम अपने स्तर पर निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं, जिनसे समाज में समानता, सम्मान और सुरक्षा की भावना को बढ़ावा मिलेगा:

नारी सम्मान के लिए किए जाने वाले उपाय –
  1. स्त्रियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करना।

  2. घर, स्कूल और समाज में स्त्रियों के अधिकारों की जानकारी फैलाना।

  3. लड़कियों की शिक्षा को प्राथमिकता देना और उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित करना।

  4. किसी भी प्रकार के लैंगिक भेदभाव (Gender Discrimination) का विरोध करना।

  5. स्त्रियों पर हो रहे अत्याचारों, उत्पीड़न या छेड़छाड़ की घटनाओं पर चुप न रहकर उसका विरोध करना।

  6. महिलाओं को अपने विचार, निर्णय और जीवन के प्रति स्वतंत्रता देने का समर्थन करना।

  7. अपने परिवार में बहन, माँ, पत्नी, बेटी को पूरा सम्मान और सहयोग देना।

  8. सोशल मीडिया और समाज में नारी विरोधी टिप्पणियों या मज़ाकों का विरोध करना।

भाषा बोध:

१. मंजूर शब्द का अर्थ होता है स्वीकार करना परंतु मंजूर में ना उपसर्ग जोड़ने से नया शब्द नामंजूर बनता है जिसका अर्थ अस्वीकार करना होता है इसी प्रकार ना उपसर्ग जोड़कर पांच अन्य शब्द बनाइए

मंजूर – नामंजूर
मुमकिन – नामुमकिन
लायक – नालायक
चीज – नाचीज
मुराद – नामुराद

२. निम्नलिखित समोचरित भिन्नार्थक शब्दों का वाक्य में प्रयोग कीजिए

1. नारी – नाड़ी

  • नारी: नारी समाज की रीढ़ होती है।
  • नाड़ी: वैद्य ने रोगी की नाड़ी देखकर रोग का पता लगाया।

2. विद्या – विधा

  • विद्या: विद्या से ही अज्ञानता का अंधकार दूर होता है।
  • विधा: साहित्य की कविता एक प्रमुख विधा है।

3. घन – धन

  • घन: आकाश में घन गर्जना कर रहे हैं।
  • धन: ईमानदारी से कमाया गया धन ही सच्चा होता है।

4. शास्त्र – शस्त्र

  • शास्त्र: जीवन में सफल होने के लिए शास्त्र ज्ञान आवश्यक है।
  • शस्त्र: वीर पुरुष युद्ध में शस्त्र का प्रयोग करते हैं।

5. देव – देह

  • देव: मंदिर में श्रद्धालु देव की पूजा कर रहे हैं।
  • देह: मृत्यु के बाद देह मिट्टी में मिल जाती है।

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