टोबा टेक सिंह पाठ का प्रश्न उत्तर क्लास 8 ।। Toba Tek Singh Kahani Ka Question Answer Class 8

टोबा टेक सिंह पाठ का प्रश्न उत्तर क्लास 8 ।। Toba Tek Singh Kahani Ka Question Answer Class 8

टोबा टेक सिंह पाठ का प्रश्न उत्तर क्लास 8 ।। Toba Tek Singh Kahani Ka Question Answer Class 8

आप सभी का इस आर्टिकल में स्वागत है आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से टोबा टेक सिंह पाठ का प्रश्न उत्तर क्लास 8 को पढ़ने जा रहे हैं। जो पश्चिम बंगाल के सरकारी विद्यालय के कक्षा 8 के पाठ 5 टोबा टेक सिंह से लिया गया है। तो चलिए टोबा टेक सिंह पाठ का प्रश्न उत्तर क्लास 8 (Toba Tek Singh Kahani Ka Question Answer Class 8) को देखें-

वस्तुनिष्ट प्रश्न :

1. नीचे दिये गये विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए 

१. “टोबा टेक सिंह’ कहानी आधारित है –

क) देश विभाजन पर  (✔)

ख) स्वाधीनता आंदोलन पर

ग) पागलों की हरकत पर

घ) उपरोक्त में से कोई नहीं

२. ‘टोबा टेक सिंह’ स्थित है-

क) बंगलादेश में

ख) हिन्दुस्तान में

ग) पाकिस्तान में (✔)

घ) श्रीलंका में।

३. ‘कायदे आजम’ की उपाधि मिली थी-

क) खान अब्दुल गफ्फार खां को

ख) लियाकत अली को

ग ) मोहम्मद अली जिन्ना को (✔)

घ ) याहिया खान को।

(4) विशन सिंह की बेटी का नाम था-

क) हरप्रीत कौर

ख) रूप मती

ग) रूप कौर (✔)

घ) हरमीत कौर।

(v) विशन सिंह किस शहर के पागल खाने में था-

क) सयाल कोट

ख) अमृतसर

ग) चियौट

घ) लाहौर (✔)

लघु उत्तरीय प्रश्न

१. मुसलमानों के लिए अलग देश किसने बनाया?

उत्तर: मुसलमानों के लिए अलग देश कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना ने बनाया।

२. एक पागल दरख्त पर क्यों चढ़ गया था?

उत्तर: उस पागल को हिंदुस्तान और पाकिस्तान कहीं भी नहीं रहना था इसलिए वह एख दरख्त पर चल गया था।

३. पागल हिंदू वकील लीडरों को गालियां क्यों देने लगा?

उत्तर: तमाम हिंदू और मुसलमान लीडरों की वजह से ही भारत का बंटवारा हुआ और उसकी महबूबा जो अमृतसर में रहती थी वह हिंदुस्तान चली गई। जबकि वकील पाकिस्तान में ही रह गया इसी कारवां लीडरों को गालियां देने लगा।

४. बिशन सिंह कैसे परिवार का सदस्य था?

उत्तर: बिशन सिंह ऊंचे ओहदे वाले जमींदार परिवार का सदस्य था।

५. बिशन सिंह ने हिंदुस्तान जाने से इंकार क्यों किया।

उत्तर: बिशन सिंह ने हिंदुस्तान जाने से इनकार कर दिया क्योंकि उसका टोबा टेक सिंह पाकिस्तान में रह गया था जिसे वह छोड़ नहीं सकता था।

बोध मूलक प्रश्न

१. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दीजिए-

क)”……. और या अभी कौन सीने पर हाथ रख कर कह सकता है कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान दोनों किसी दिन सिरे से गायब ही हो जाए….”’
उद्धृत पंक्तियों में निहित भाव को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: हिंदुस्तान कि बंटवारे के बाद जब पागलों के तबादले की प्रक्रिया शुरू हुई, तो सभी पागल एक उलझन में फंस गए। उन्हें लगा कि आखिर यह सब हो क्या रहा है। जब पागल खाने आए थे, तब यह सब हिंदुस्तान था, आज अचानक पाकिस्तान में हम कैसे आ गए। उनकी उलझन इतनी बढ़ गई कि उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि क्या-क्या हिंदुस्तान में और क्या-क्या पाकिस्तान में है। उन्हें इस बात की फिक्र हो गई थी कि कहीं ऐसा ना हो जाए कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान भी गायब हो जाए जैसे सारे जगहों के मुल्क बदल गए हैं।

ख) अधिकांश पागल अदला-बदली के पक्ष में क्यों नहीं थे और इस अदल-बदली से उनके क्या दशा थी?

उत्तर: इस अदला-बदली से अधिकांश पागल संतुष्ट नहीं थे। उन्हें हिंदुस्तान-पाकिस्तान का चक्कर नहीं समझ में आ रहा था। वह सोच रहे थे कि जो कल तक यही रहते हुए भी हिंदुस्तान के नागरिक थे। अचानक से पाकिस्तान के नागरिक कैसे हो गए और जब उन्हें एक ऐसी जगह जाना पड़ेगा, जहां उन्हें कोई जानता पहचानता नहीं है। इस अदला-बदली ने उनकी इस बिगड़ी मानसिक दशा को और भी बिगड़ कर रख दिया था।

ग) टोबा टेक सिंह उर्फ बिशन सिंह का चरित्र चित्रण कीजिए।

उत्तर: बिशन सिंह का संबंध एक खानदानी जमींदार परिवार से था। इस वजह से उसमें उच्च वर्गीय गुण का होना लाजमी था। लेकिन पागलपन के कारण उसके सभी गुण प्राय: लुप्त हो गए थे। इसके बावजूद वह बहुत ही शांत गंभीर और मितभाषी था। बहुत गौर से सभी बातों और बहसों को सुनता था, लेकिन बोलता बहुत ही कम था। उसे अपने परिवार वालों और रिश्तेदारों से बहुत लगाव था। इसी कारण जब भी मिलने आते तो वह बन संवरकर कर जाता था।

विचार और कल्पना

प्रश्न 1: सांप्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने के उपायों पर दस वाक्य लिखिए।
  1. हमें सभी धर्मों का आदर और सम्मान करना चाहिए।
  2. जाति, भाषा या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करना चाहिए।
  3. सभी त्योहारों को मिल-जुलकर मनाना चाहिए।
  4. स्कूलों और घरों में एकता और भाईचारे की भावना सिखानी चाहिए।
  5. समाज में नफरत फैलाने वालों से सावधान रहना चाहिए।
  6. देश को एकजुट रखने के लिए सबको साथ मिलकर काम करना चाहिए।
  7. सोशल मीडिया पर झूठी खबरें और नफरत फैलाने वाले संदेश नहीं फैलाने चाहिए।
  8. हमें देश के हर नागरिक को अपना भाई-बहन समझना चाहिए।
  9. सरकार को एकता बढ़ाने वाले कार्यक्रमों का आयोजन करना चाहिए।
  10. ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को अपनाना चाहिए।
प्रश्न 2: भारत और पाकिस्तान के प्रमुख शहरों तथा प्रमुख त्योहारों की सूची बनाइये।
भारत के प्रमुख शहर:
  1. दिल्ली
  2. मुंबई
  3. कोलकाता
  4. चेन्नई
  5. हैदराबाद
पाकिस्तान के प्रमुख शहर:
  1. इस्लामाबाद
  2. कराची
  3. लाहौर
  4. पेशावर
  5. क्वेटा
भारत के प्रमुख त्योहार:
  1. दीपावली
  2. होली
  3. ईद
  4. रक्षाबंधन
  5. क्रिसमस
पाकिस्तान के प्रमुख त्योहार:
  1. ईद उल-फितर
  2. ईद उल-अजहा
  3. रमज़ान
  4. पाकिस्तान दिवस (23 मार्च)
  5. स्वतंत्रता दिवस (14 अगस्त)

भाषा बोध

१. इस पाठ में कान्फ्रेंस, इंजीनियर प्रैक्टिस ब्रेकफास्ट गवर्नमेंट एनेक्स सुपरइंटेंडेंट जैसे अंग्रेजी के शब्द आए हैं। इनके लिए प्रयुक्त होने वाले हिंदी शब्दों को लिखिए।

उत्तर:

कान्फ्रेंस(कॉन्फ्रेंस) – सम्मेलन
इंजीनियर – अभियंता
प्रैक्टिस – अभ्यास
ब्रेकफास्ट – नाश्ता
गवर्नमेंट – सरकार
एनेक्स – हड़प लेना
सुपरइंटेंडेंट(सुपरीटेंडेंट) – अधीक्षक

२. नीचे दिए गये वाक्यों में से पहचानकर बताइये कि इनमें साधारण, संयुक्त और मिश्र वाक्य कौन से है?
(i) एक सिक्ख था जिसे पागलखाने में दाखिल हुए पंद्रह वर्ष हो चुके थे।

उत्तर : मिश्र वाक्य
कारण: इसमें मुख्य वाक्य “एक सिक्ख था” और एक उपवाक्य “जिसे पागलखाने में दाखिल हुए पंद्रह वर्ष हो चुके थे” है। उपवाक्य “जिसे…” मुख्य वाक्य पर आश्रित है।

(ii) महीने में एक बार मुलाकात के लिए यह लोग आते थे और उसकी खैर-खैरियत दरयाफ्त करके चले जाते थे।

उत्तर : संयुक्त वाक्य
कारण: इसमें दो स्वतंत्र वाक्यांश हैं—

  1. “महीने में एक बार मुलाकात के लिए यह लोग आते थे”
  2. “और उसकी खैर-खैरियत दरयाफ्त करके चले जाते थे”
    जो “और” संयोजक से जुड़े हैं।
(iii) यूरोपियन वार्ड में दो एंग्लो-इंडियन पागल थे।

उत्तर : साधारण वाक्य
कारण: यह एक सरल, एक ही भाव व्यक्त करने वाला वाक्य है, जिसमें कोई उपवाक्य या संयोजन नहीं है।

(iv) पागलों की लॉरियों से निकलना और उनको दूसरे अफ्सरों के हवाले करना बड़ा कठिन काम था।

उत्तर : संयुक्त वाक्य
कारण: इसमें दो क्रियाएं हैं—”लॉरियों से निकलना” और “दूसरे अफ्सरों के हवाले करना”, जो “और” से जुड़े हैं और दोनों स्वतंत्र रूप से प्रयुक्त हो सकते हैं।

वाक्य संख्याउत्तर
(i)मिश्र वाक्य
(ii)संयुक्त वाक्य
(iii)साधारण वाक्य
(iv)संयुक्त वाक्य

 

३. निम्नलिखित शब्दों से प्रत्यय पृथक कीजिए:

   शब्द                    मूल शब्द             प्रत्यय
i) हुकूमतों                     हुकूमत                ओं
ii) गिरफ्तारी                  गिरफ्तार               ई
iii) तब्दीली                    तब्दील                 ई
iv) जमीनें                      जमीन                   एं
v) मिठाईयां                  मिठाई                   यां
vi) हमदर्दी                    हमदर्द                   ई
vii) मुसलमानों               मुसलमान             ओं

टोबा टेक सिंह कहानी का सारांश

यह कहानी भारत और पाकिस्तान के बँटवारे के समय की दुखद घटनाओं को दिखाती है। जब बँटवारे के कुछ साल बाद सरकारों ने सोचा कि जैसे लोगों का आदान-प्रदान हुआ, वैसे ही अब दोनों देशों के पागलों का भी आदान-प्रदान होना चाहिए। इसके लिए एक तारीख तय की गई और हिन्दू-मुसलमान पागलों को सीमा (बॉर्डर) पर लाया गया।

लाहौर के पागलखाने में जब यह खबर पहुँची तो वहां शोर मच गया। पागल तरह-तरह की बातें करने लगे। कोई पाकिस्तान ज़िंदाबाद चिल्ला रहा था तो कोई बेहोश हो गया। कुछ पागल असल में पागल नहीं थे, बल्कि उनके रिश्तेदारों ने उन्हें जेल से बचाने के लिए पागलखाने में भिजवा दिया था।

कुछ पागल इतने उलझन में थे कि उन्हें ये तक नहीं पता था कि वो पाकिस्तान में हैं या हिन्दुस्तान में। एक पागल पेड़ की डाली पर बैठकर दो घंटे तक पाकिस्तान और हिन्दुस्तान के बारे में बहस करता रहा। एक और पागल खुद को मोहम्मद अली जिन्ना बताता था तो दूसरा मास्टर तारा सिंह बन गया था।

एक सिख पागल था – विशन सिंह, जिसे सब टोबा टेक सिंह कहते थे क्योंकि वह वहीं का रहने वाला था। वह पंद्रह साल से कभी सोया नहीं था, हमेशा खड़ा रहता था। वह किसी से झगड़ता नहीं था, बस यही पूछता रहता था कि टोबा टेक सिंह हिन्दुस्तान में है या पाकिस्तान में?

बँटवारे के बाद उसके रिश्तेदार उससे मिलने भी नहीं आते थे। एक दिन उसका दोस्त फजलदीन मिलने आया और बताया कि उसका परिवार अब हिन्दुस्तान चला गया है और वह खुद अब भी पाकिस्तान में है।

जब पागलों को ट्रक में बिठाकर बॉर्डर पर लाया गया, तब विशन सिंह से कहा गया कि अब टोबा टेक सिंह हिन्दुस्तान में चला गया है, लेकिन वह हिलने को तैयार नहीं हुआ। उसे खींचकर ले जाने की कोशिश की गई लेकिन वह अपनी सूजी हुई टाँगों पर खड़ा रहा और वहीं खड़ा रहने दिया गया।

सुबह सूरज निकलने से पहले, टोबा टेक सिंह (विशन सिंह) की एक चीख निकली और वह ज़मीन पर गिर पड़ा – एक ऐसा आदमी जो 15 साल से बिना सोए खड़ा रहा, आज हमेशा के लिए शांत हो गया।

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