संज्ञा किसे कहते हैं, संज्ञा के कितने भेद होते हैं, Sangya Kise Kahate Hain, Sangya Ke Kitne Bhed Hote Hain
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sangya kise kahte hain, sangya ke kitne bhed hote hain |
संज्ञा किसे कहते हैं ? (sangya kise kahate hain)
“इस संसार में जो कुछ भी हैं उन सभी का अपना-अपना नाम हैं और हम उन्हें उसी नाम से जानते हैं। उन्हीं नामों को संज्ञा कहते हैं।“
संज्ञा के कितने भेद होते हैं, संज्ञा के भेद/प्रकार/रूप/भाग (sangya ke prakar in hindi)
hindi grammar sangya examples
१.व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं :-
I) व्यक्तियों के नाम- | विवेक,रूबी,कौशर |
II) दिशाओं के नाम – | उत्तर, दक्षिण,पूर्व, पश्चिम |
III) देशों के नाम- | भारत,भूटान,चीन |
IV) जातियों के नाम- | जापानी, भारतीय, नेपाली |
V) समुद्रों के नाम – | हिंद महासागर, प्रशांत महासागर |
VI) नदी, पर्वतों के नाम- | गंगा, हिमालय |
VII) नागरों और सड़कों के नाम- | लखनऊ,पार्कस्ट्रीट |
VIII) घटनाओं के नाम- | पानीपत के युद्ध,स्वतंत्रता दिवस |
IX) दिन एवं महिनों के नाम- | सोमवार,जनवरी |
X) त्योहारों, समाचार पत्रों, पुस्तकों के नाम- | होली, दैनिक जागरण, गोदान |
व्यक्तिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण
व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun) वे संज्ञाएँ होती हैं जो किसी विशेष व्यक्ति, स्थान, वस्तु या संस्था के विशेष नाम को दर्शाती हैं। इन्हें हमेशा विशेष पहचान के लिए प्रयोग किया जाता है।
व्यक्तिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण नीचे दिए गए हैं:
- राम – राम स्कूल गया।
- सीता – सीता बहुत अच्छी गायिका है।
- दिल्ली – दिल्ली भारत की राजधानी है।
- ताजमहल – ताजमहल आगरा में स्थित है।
- हिमालय – हिमालय सबसे ऊँची पर्वतमाला है।
- गंगा – गंगा भारत की पवित्र नदी है।
- सचिन तेंदुलकर – सचिन तेंदुलकर एक महान क्रिकेटर हैं।
- एमेज़ॉन – एमेज़ॉन एक बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी है।
- भारत – भारत विविधताओं का देश है।
- गूगल – गूगल एक प्रसिद्ध सर्च इंजन है।
२.जातिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं
जातिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण
जातिवाचक संज्ञा (Common Noun) वे संज्ञाएँ होती हैं जो किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या जीव की सामान्य जाति या वर्ग को दर्शाती हैं, न कि किसी विशेष नाम को।
जातिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण:
- लड़का – वह लड़का तेज दौड़ता है।
- किताब – यह किताब बहुत रोचक है।
- पेड़ – पेड़ हमें छाया और ऑक्सीजन देते हैं।
- नदी – नदी का पानी साफ है।
- शहर – यह शहर बहुत सुंदर है।
- पक्षी – पक्षी उड़ रहे हैं।
- बिल्ली – वह बिल्ली दूध पी रही है।
- फूल – फूल बगीचे में खिले हैं।
- गाड़ी – गाड़ी बहुत तेज चल रही थी।
- विद्यालय – विद्यालय में छुट्टी हो गई।
३.भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं
भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण
भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun) वे संज्ञाएँ होती हैं जो किसी गुण, अवस्था, भावना, क्रिया या विचार को व्यक्त करती हैं। इन्हें देखा या छुआ नहीं जा सकता, केवल अनुभव किया जा सकता है।
भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण:
- सच्चाई – सच्चाई कड़वी हो सकती है।
- ईमानदारी – ईमानदारी एक महान गुण है।
- दया – दया से बड़ा कोई धर्म नहीं।
- क्रोध – क्रोध पर नियंत्रण जरूरी है।
- प्रेम – प्रेम ही जीवन का आधार है।
- शांति – शांति से जीवन सुखमय होता है।
- साहस – साहस हर कठिनाई को पार कर सकता है।
- बुद्धि – बुद्धि का प्रयोग समझदारी से करना चाहिए।
- दुख – दुख और सुख जीवन के दो पहलू हैं।
- गौरव – हमें अपने देश पर गौरव है।
नोट:
भाववाचक संज्ञाएँ अमूर्त होती हैं – इन्हें न तो देखा जा सकता है, न ही छुआ जा सकता है, लेकिन ये अनुभव और समझ में आती हैं।
४. द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं
इनका प्रयोग अक्सर किसी वस्तु को बनाने के लिए कच्चे माल के रूप में किया जाता है।
इन्हें गिना नहीं जा सकता, बल्कि तौला या मापा जाता है।
द्रव्यवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण:
- पानी – पानी जीवन के लिए आवश्यक है।
- दूध – बच्चा रोज दूध पीता है।
- सोना – यह अंगूठी सोने की बनी है।
- चाँदी – चाँदी से बर्तन बनाए जाते हैं।
- लकड़ी – लकड़ी से फर्नीचर बनता है।
- लोहा – पुल लोहे का बना है।
- चावल – चावल एक प्रमुख अनाज है।
- तेल – खाना बनाने के लिए तेल चाहिए।
- नमक – खाने में नमक ज़रूरी है।
- रेत – रेत से ईंट और सीमेंट मिलाकर निर्माण होता है।
विशेष बातें:
- द्रव्यवाचक संज्ञा हमेशा सामूहिक रूप में होती है।
- इनसे बनी वस्तुओं के नाम जातिवाचक संज्ञा होते हैं। (जैसे – “चावल” = द्रव्यवाचक, “थाली” = जातिवाचक)।
५.समूहवाचक संज्ञा किसे कहते हैं
यह किसी एक व्यक्ति या वस्तु के बजाय पूरे समूह को एक नाम से पुकारती है।
समूहवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण:
- झुंड – पक्षियों का झुंड आकाश में उड़ रहा है।
- टोली – बच्चों की टोली पार्क में खेल रही है।
- सेना – सेना देश की रक्षा करती है।
- झुंड – हाथियों का झुंड जंगल में घूम रहा है।
- मंडली – साधुओं की मंडली यात्रा पर निकली है।
- कक्षा – कक्षा में सभी विद्यार्थी चुप हैं।
- परिवार – मेरा परिवार बहुत बड़ा है।
- दल – गायों का एक दल खेत में चर रहा है।
- गुच्छा – फूलों का एक सुंदर गुच्छा मेज पर रखा है।
- सभा – प्रधानाचार्य की सभा आज सुबह होगी।
विशेष बातें:
- समूहवाचक संज्ञा का प्रयोग एक साथ अनेक के लिए किया जाता है, पर उसे एक ही नाम से पुकारा जाता है।
- यह संज्ञा किसी समूह को एक इकाई के रूप में दर्शाती है।
द्रव्यवाचक और समूहवाचक संज्ञा में क्या अंतर है ?
संज्ञा और सर्वनाम में क्या संबंध हैउदाहरण सहित लिखें।
और उमेश चले गये, वे एक घंटा बाद आएंगे।
व्यक्तिवाचक संज्ञा और जातिवाचक संज्ञा में क्या अंतर है
यह रहा व्यक्तिवाचक संज्ञा और जातिवाचक संज्ञा के बीच टेबल के रूप में 10 मुख्य अंतर:
व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun) | जातिवाचक संज्ञा (Common Noun) |
किसी विशेष व्यक्ति, स्थान या वस्तु का नाम | किसी सामान्य वर्ग, जाति या समूह का नाम |
विशिष्ट और एकमात्र | सामान्य और अनेक के लिए प्रयुक्त |
केवल एक व्यक्ति/स्थान/वस्तु के लिए | एक से अधिक व्यक्ति/स्थान/वस्तु के लिए |
राम, दिल्ली, एप्पल, गंगा | लड़का, शहर, कंपनी, नदी |
हमेशा Capital Letter से शुरू | आमतौर पर small letter से शुरू |
विशेषता और व्यक्तिगत पहचान दर्शाता है | सामान्य गुण या श्रेणी दर्शाता है |
प्रायः एकवचन | एकवचन और बहुवचन दोनों हो सकता है |
एक ही व्यक्ति/वस्तु का नाम | समान प्रकार के अनेक लोगों/वस्तुओं को दर्शा सकता है |
स्पष्ट पहचान (नाम) होती है | पहचान विशेष नहीं होती |
किसी एक विशेष इकाई को पहचानने के लिए | किसी सामान्य वर्ग को व्यक्त करने के लिए |
जातिवाचक संज्ञा से व्यक्तिवाचक संज्ञा कैसे बनाएं
जातिवाचक संज्ञा से व्यक्तिवाचक संज्ञा बनाना एक रचनात्मक प्रक्रिया है, जिसमें हम किसी सामान्य वर्ग (जातिवाचक संज्ञा) से संबंधित किसी विशेष व्यक्ति, स्थान या वस्तु (व्यक्तिवाचक संज्ञा) का नाम निर्धारित करते हैं।
परिवर्तन की प्रक्रिया:
“जातिवाचक संज्ञा” किसी सामान्य वस्तु/व्यक्ति का नाम बताती है, और जब हम उस सामान्य नाम के किसी एक विशेष नाम को चुनते हैं, तो वह “व्यक्तिवाचक संज्ञा” बन जाती है।
उदाहरणों द्वारा समझिए:
जातिवाचक संज्ञा (Common Noun) | व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun) |
---|---|
लड़का | राम, अर्जुन, मोहन |
शहर | दिल्ली, पटना, मुंबई |
नदी | गंगा, यमुना, गोदावरी |
देश | भारत, जापान, अमेरिका |
पर्वत | हिमालय, नीलगिरी, अरावली |
शिक्षक | विजय सर, रीना मैम, शिव सर |
कंपनी | Tata, Reliance, Infosys |
पुस्तक | रामायण, गीता, हैरी पॉटर |
फिल्म | शोले, दंगल, 3 इडियट्स |
जानवर | सिंबा (शेर का नाम), टोनी (कुत्ते का नाम) |
कैसे बनाएं?
- पहचानें कि आप किस “सामान्य वर्ग” से विशेष नाम देना चाहते हैं।
- कोई प्रसिद्ध या मनचाहा नाम चुनें जो उस वर्ग के किसी एक विशेष इकाई का नाम हो।
- उस विशेष नाम को व्यक्तिवाचक संज्ञा के रूप में प्रयोग करें।
उदाहरण से स्पष्ट करें:
- जातिवाचक संज्ञा: शहर
→ व्यक्तिवाचक संज्ञा: लखनऊ
(यह एक विशेष शहर का नाम है) - जातिवाचक संज्ञा: नदी
→ व्यक्तिवाचक संज्ञा: ब्रह्मपुत्र - जातिवाचक संज्ञा: लड़का
→ व्यक्तिवाचक संज्ञा: अजय
जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा कैसे बनाएं
जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाने के लिए कुछ विशेष प्रत्ययों (suffixes) का प्रयोग किया जाता है। यह प्रक्रिया किसी व्यक्ति, वर्ग या वस्तु की अवस्था, गुण, विशेषता या भाव को व्यक्त करने के लिए की जाती है।
नीचे प्रमुख प्रत्ययों और उदाहरणों के साथ विस्तृत जानकारी दी गई है:
1. ‘ता’ (–ता) प्रत्यय
- यह प्रत्यय व्यक्ति या वस्तु की गुणात्मक विशेषता या भावना को दर्शाता है।
- प्रयोग: जातिवाचक संज्ञा + ता = भाववाचक संज्ञा
जातिवाचक संज्ञा | भाववाचक संज्ञा | अर्थ |
---|---|---|
सज्जन | सज्जनता | सज्जन होने का गुण |
मित्र | मित्रता | मित्र होने का भाव या संबंध |
शत्रु | शत्रुता | शत्रुता का भाव |
मनुष्य | मनुष्यता | मानवता का गुण |
ईमानदार | ईमानदारी | ईमानदारी का गुण |
2. ‘पण’ (–पन) प्रत्यय
- यह प्रत्यय व्यक्ति के स्वभाव, स्थिति या गुण को प्रकट करता है।
- प्रयोग: जातिवाचक संज्ञा + पण = भाववाचक संज्ञा
जातिवाचक संज्ञा | भाववाचक संज्ञा | अर्थ |
---|---|---|
बच्चा | बचपन | बच्चे की अवस्था |
कवि | कविपण | काव्य-गुण |
ज्ञानी | ज्ञानपण | ज्ञानी होने का गुण |
बालक | बालपन | बाल्यावस्था |
राजा | राजपण | राजकीय गुण या अवस्था |
3. ‘त्व’ (–त्व) प्रत्यय
- यह प्रत्यय भी गुण, भाव या स्थिति को दर्शाता है।
- अधिकतर संस्कृत मूल शब्दों में प्रयोग होता है।
जातिवाचक संज्ञा | भाववाचक संज्ञा | अर्थ |
---|---|---|
राजा | राजत्व | राजा होने की स्थिति |
गुरु | गुरुत्व | गुरु का गुण |
देव | दैवत्व | दैवीय गुण |
नेता | नेतृत्व | नेतृत्व करने की क्षमता |
विद्वान | विद्वत्त्व | विद्वता का भाव |
4. ‘वत्ता’ (–वत्ता) प्रत्यय
- यह प्रत्यय किसी वस्तु या व्यक्ति की विशिष्टता, गुणवत्ता या विशेष गुण को दर्शाता है।
जातिवाचक संज्ञा | भाववाचक संज्ञा | अर्थ |
---|---|---|
धन | धनवत्ता | धनवान होने की विशेषता |
गुण | गुणवत्ता | गुण का स्तर |
बल | बलवत्ता | बल की विशेषता |
विद्या | विद्यावत्ता | विद्या का गुण |
भूषण | भूषणवत्ता | भूषण की महत्ता |
निष्कर्ष (Conclusion):
जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाने की प्रक्रिया में हम व्यक्ति, वस्तु या स्थान के सामान्य नाम से संबंधित गुण, भावना, अवस्था या संबंध को व्यक्त करने वाले शब्द बनाते हैं।
इसके लिए हिंदी भाषा में ता, पन, त्व, वत्ता जैसे प्रत्ययों का प्रयोग किया जाता है।