परामर्श क्या है,निर्देशन और परामर्श में अंतर बताइए(Difference between Guidance and Counselling)

 परामर्श क्या है, परामर्श की अवधारणा (concept of counselling)

समाज में रहकर व्यक्ति के समक्ष किसी ना किसी प्रकार की समस्याओं का उत्पन्न होना स्वाभाविक है इन समस्याओं के स्वरूप एवं मात्र में विभिन्नता दृष्टिगोचर हो सकती हैं समस्याओं के समाधान की प्रक्रिया के उपरांत ही व्यक्ति आगे बढ़ सकता है इन्हीं समस्याओं के समाधान में सहायता प्रदान करने की दिशा में निर्देशन प्रक्रिया से संबंध हेतु विभिन्न प्रकार की सेवाओं को संगठित किया जाता है निर्देशन से संबंधित सेवाओं के अंतर्गत परामर्श सेवा सर्वाधिक महत्वपूर्ण सेवा है इसलिए परामर्श सेवाओं को निर्देशन सेवाओं का हृदय कहा जाता है। परामर्श के अभाव में निर्देशन का कार्य संभव नहीं हो सकता।
परामर्श्श(counselling) शब्द दो व्यक्तियों के संपर्क को व्यक्त करता है इन दो व्यक्तियों में एक व्यक्ति परामर्श देने वाला और दूसरा व्यक्ति परामर्श लेने वाला या परामर्श चाहने वाला होता है।

परामर्श का अर्थ एवं परिभाषा (meaning of counselling and definition)

परामर्श का अर्थ(counselling meaning in hindi)

परामर्श शब्द अंग्रेजी भाषा के काउंसलिंग(counselling) शब्द का हिंदी रूपांतरण है। परामर्श का शाब्दिक अर्थ है सलाह, राय मशवरा या सुझाव आदि।

परामर्श की परिभाषाएं (definition of counselling)


रूथ स्ट्रांग के अनुसार:

परामर्श में आमने सामने का संबंध होता है जिसमें परामर्शदाता तथा परामर्श लेने वाला दोनों ही उन्नति की ओर अग्रसर होते हैं।

वैबस्टर के अनुसार:
परामर्श से अभिप्राय सलाह, विचार विनिमय तथा इच्छा पूर्वक साहचर्य से हैं।

स्ट्रैंग के अनुसार :
परामर्श परामर्शदाता तथा परामर्श ग्राहक के मध्य आमने सामने के संबंध है।

ट्रैक्सलर के अनुसार
परामर्श व्यक्ति की समस्याओं के विद्यालय अथवा संस्था स्रोतों से समाधान की प्रक्रिया है।

निर्देशन और परामर्श में अंतर बताइए,परामर्श और निर्देशन में अंतर,निर्देशन एवं परामर्श में अंतर स्पष्ट कीजिए,Difference between Guidance and Counselling in Hindi

निर्देशन

परामर्श

१. निर्देशन की प्रक्रिया
अत्यंत व्यापक हैं

२. निर्देशन की प्रक्रिया
जीवन पर्यंत चलती हैं।

३. निर्देशन व्यक्तिगत
तथा सामूहिक दोनों ही प्रवृत्तियों में दिया जा सकता है।

४. निर्देशन का संबंध
व्यक्तिक समस्याओं के साथ-साथ शैक्षिक व्यवसायी से और अन्य समस्याओं से होता है।

५. निर्देशन किसी भी
व्यक्ति के द्वारा प्रदान किया जा सकता है कि निर्देशन प्रदान करने वाला व्यक्ति
पूर्ण प्रशिक्षित ही हो

६. निर्देशन किसी व्यक्ति
के द्वारा ही दिया जाए यह आवश्यक नहीं है पत्र पत्रिकाओं पुस्तकों एवं पत्राचार के
द्वारा ही निर्देशन सुलभ कराया जाता है।

१. परामर्श निर्देशन
की प्रक्रिया का एक अभिन्न व महत्वपूर्ण अंग है।

२. परामर्श की प्रक्रिया
शाब्दिक होती है।

३. परामर्श एक समय
पर केवल एक ही व्यक्ति को दिया जा सकता है।

४. परामर्श का संबंध
मुख्यत: व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य और भावात्मक समस्याओं से होता है जिसका समाधान
मनोवैज्ञानिक कारणों की तरह ये जाकर प्राप्त किया जाता है।

५. परामर्श दाता के
लिए पूर्ण प्रशिक्षित होना परम आवश्यक है।

६. परामर्श में व्यक्ति
की भूमिका महत्वपूर्ण होती है इसमें परसपरिक विचारों विमर्श एवं तर्क वितर्क आदि
को विशेष महत्व प्रदान किया जाता है।

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